
कान्हा तेरी मुरली के हम है दीवाने
कान्हा तेरी मुरली के हम है दीवाने कब आओगे कब आओगे कब आओगे रास रसाने कान्हा तेरी मुरली के हम

कान्हा तेरी मुरली के हम है दीवाने कब आओगे कब आओगे कब आओगे रास रसाने कान्हा तेरी मुरली के हम

कंदा नाल गल्ला करां, सांवरे मैं तेरियां, ज़िन्द मुक गयी, गल्ला मुकियां ना मेरियां हो, सारी सारी रात मैनू नींद

कभी तेरी चौकठ न छोड़ेगे हम, चाहे ख़ुशी हो बाबा चाहे हो गम, किया हमसे जीवन ये तेरे हवाले, जैसे

सानु भावे गैरां विच्च रख तू, असां तैनू अपना बना लिया उठी प्रेम दी तरंग, मन भाया श्याम रंग, अंग

मेरी बिगड़ी बनाने वाला मेरी किस्मत जगाने वाला, इक तू है इक तू है इक तू ही तो है, तेरे

तेरी सूरत को जब से देखा, बेहोश हुए मदहोश हुए, अब प्रीत की रीत निभा ले जरा,चरणों में झुका कर

सुख दुःख में तुम्ही साथी हो मेरे, कुछ कैसे छुपाऊ मैं, सुनते हो सदा भक्तो की, ऐसी भी किरपा करते

राधे का श्याम जाने सारा ब्रिज धाम राधे मान जाओ न, कान्हा तू तो है काला मुरली वाला जाओ जी

है ये ज़िन्दगी श्याम तेरे सहारे डूबा दे तू चाहे लगादे किनारे मैं खा खा के ठोकर बहुत थक गया

तेरा श्याम बड़ा अलबेला, मेरी मटकी को मार गयो डेला, कभी गंगा किनारे, कभी यमुना किनारे, कभी बंसी बजाये अकेला,