नज़र तोहे लग जाएगी
मेरे बांके बिहारी लाल, तू इतना ना करिओ श्रृंगार, नज़र तोहे लग जाएगी। तेरी सुरतिया पे मन मोरा अटका। प्यारा
मेरे बांके बिहारी लाल, तू इतना ना करिओ श्रृंगार, नज़र तोहे लग जाएगी। तेरी सुरतिया पे मन मोरा अटका। प्यारा
बंशी बजाके श्याम ने दीवाना कर दिया, अपनी निगाहें नाज़ से मस्ताना कर दिया, जब से दिखाई श्याम ने वो
यमुना जी तो कारी कारी राधा गोरी गोरी वृन्दावन में धूम मचावे बरसाने की चोरी, ब्रिज धाम राधा जी की
ये जग दुनिया वाले हमे पागल कहते है, हम अपने सँवारे की मस्ती में रहते है, दीवानो की दुनिया का
चलावे तीर नज़र दे, जिगर तो पार हो जावे, सलोनी सांवरी सूरत, मोहन नाल प्यार हो जावे । जरा पर्दा
करुणा की नजर करदो मेरे श्याम मेहर करदो, चरणों से लिपटा रहु मैं कुछ ऐसा सिर करदो, जखमो से भरा
तुम से मिल कर यार कन्हियाँ ख़ुशी हुई भारी, लो कहे सुदामा श्याम तेरी यारी पे बलहारी, तुम से मिल
सांस देना प्रभु इतनी तो कम से कम, तुमसे मिलने से पहले न निकले ये दम, जो चलता है ये
हे नन्द नन्द गोपाला आनंद नन्द गोपाला हे नन्द नन्द गोपाला आनंद नन्द गोपाला हे नन्द नन्द गोपाला आनंद नन्द
मेरे श्याम का दीवाना तो बने श्याम मेरे दी बंसी बज्दी जाके दिल नु लग्दी लखा लोक बजांदे बंसी श्याम