
वधाई गावे ब्रिज नारी
नन्द गांव रावल बरसाना धूम मची है भारी, बृजमंडल में प्रगट भए है श्री राधिका प्यारी, वधाई गावे ब्रिज नारी,

नन्द गांव रावल बरसाना धूम मची है भारी, बृजमंडल में प्रगट भए है श्री राधिका प्यारी, वधाई गावे ब्रिज नारी,

गोपला तेरी सेवा हम से न बनी रे, हम से न बनी लला हम से न बनी रे नन्द तेरी

तेरे भक्तो से मैं प्रेम करू ऐसा परिवार बना दो न, यहाँ मतलब का कोई काम न हो ऐसा संसार

राधा रानी जमुना के पार मिलना, पार मिलना मेरी सरकार मिलना, राधा रानी जमुना के पार मिलना, मैं तो आऊंगा

रख लेना तुम रख सकते हो हम निर्धन से पर्दा मोहन छवि प्यारी का दर्श करू मन करता श्याम रूप

सोहने मुखड़े दा लैन दे नज़ारा, वे केहडा तेरा मुल्ल लगदा । एहना अंखिया दा होण दे गुजारा, वे केहडा

देख लो आवाज देकर सुन के दौड़ा आएगा आके तुमको संवारा अपने गले लगाएगा देख लो आवाज देकर है अगर

कन्हैया तेरी यादो में मैं जागु अब रातो में, मैं दिल को सकूँ जरा ये चढ़ा है जनून तेरा, तू

सांझ सवेरे संवारे मेरे कान्हा कान्हा गाती हु, सच कहती हु संवारे मेरे मन की शांति पाती हु सांझ सवेरे

रे मन चल तू अब तो साई द्वारे, अब तो साई द्वारे मनवा, रे मन चल तू अब तो साई