ऐसी बंशी बजाओ कन्हैया
ऐसी बंशी बजाओ मेरो कान्हा है जाए शोर बांसुरिया को ललिता सुने विशाखा सुन गी लेवे नाम कन्हिया को ऐसी
ऐसी बंशी बजाओ मेरो कान्हा है जाए शोर बांसुरिया को ललिता सुने विशाखा सुन गी लेवे नाम कन्हिया को ऐसी
श्याम नाम पहचान बनी जो हार के आया, श्याम ने उसको दिया है आके सहारा, श्याम तू जग में बड़ा
टप टप टपके आंसुड़ा तेरा दास भुलावे है, आजा रे सांवरिया तेरी याद सतावे है, टप टप टपके आखा हमारी
तेरी कमी ना करे कोई पूरा तेरे बिना मेरा जीवन अधुरा, तू न मिला तो कुछ कर जाउंगी मैं तो
एक बार संवारे से तुम लोह लगाके देखो, बरसे गी किरपा बारी तुम आजमा के देखो, एक बार संवारे से
खाटू की गलियों में मन खो जाता है, तुझसे नजर हटे ना मेरी मन में आता है, नजरो से तू
हे मुरली वाले का नाम श्री कृष्ण हे मेरे प्यारे का नाम श्री कृष्ण (जुगल नाम सो नेम हे जपत
झूलो रे माहरा प्यारा रे सांवरियां थाणे जुलावे राधा प्यारी रिमझिम रिमझिम बदरी बरसे रेशम खीर सरो को तरसे, मन
श्री वल्लभ गुरु के चरणों में मैं नित उठ शीश झुकाता हूँ मेरे मन की कली खिल जाती है जब
चलो जी चलो चलो वृद्धावन, बांके बिहारी के करेगे दर्शन, बांके बिहारी के बांके बांके बांग्ला, फूलन की पगियां है