
मेरे श्याम का दीवाना तो बने
मेरे श्याम का दीवाना तो बने श्याम मेरे दी बंसी बज्दी जाके दिल नु लग्दी लखा लोक बजांदे बंसी श्याम

मेरे श्याम का दीवाना तो बने श्याम मेरे दी बंसी बज्दी जाके दिल नु लग्दी लखा लोक बजांदे बंसी श्याम

राधे राधे कहन वालेया तेरे नाम दी जपा मैं माला तेरे घर आयी तुसां पानी वी ना पुछेया मेरे घर

चले जायेंगे हम बिहारी जी,सुनलो अरज हमारी, भूल न जाना फिर भी भुलाना इतनी अर्ज हमारी जी, कैसे कहू क्या

दरबार ये दिलकश है चोखट तेरी प्यारी है फिर क्यों न मचल जाएँ सौ जान से वारि है नक्शा

मेरे मन वस् गए गोपाल मैं उनकी री जोगनिया, मैं उनकी री जोगनिया,मैं उनकी री जोगनिया, मोहे भावे न ससुराल

न ही राम कहीं कम है न ही श्याम कहीं कम है । पाप बड़ा तो नर तन धार के

अब ना सताओ जल्दी से आओ, अब न रुलाओ जल्दी से आओ, ओ कान्हा तेरे बिना मुझको कुछ भी न

जाके उनसे ये कहना मेरा इतना है कहना जाने वाले ओ जाने वाले सांवरे से कहना हमें भी बुला ले

कर दो किरपा कन्हिया इतनी अर्ज हमारी कब से है आये बैठे तेरे दर पे हम भिखारी, कर दो किरपा

गोविन्द मदन मुरारी ओ मोहन गिरधारी, रख लेना लाज हमारी ओ मोहन गिरधारी गोविन्द मदन मुरारी ओ मोहन गिरधारी, हरे