तुम बिन मोरी कौन खबर ले गोवर्धन गिरधारी
तुम बिन मोरी कौन खबर ले गोवर्धन गिरधारी, भरी सबा में द्रोपदी खाड़ी राखो लाज हमारी, तुम बिन मोरी कौन
तुम बिन मोरी कौन खबर ले गोवर्धन गिरधारी, भरी सबा में द्रोपदी खाड़ी राखो लाज हमारी, तुम बिन मोरी कौन
नश्याम तुम्हारे विरह में , नही चैन जरा पाते है तुम आये नही मन मोहन, हमे वादे वो तड़पाते है
इतनी किरपा संवारे बनाये रखना, और मरते दम तक सेवा में लगाये रखना तू मेरा मैं तेरा बाबा तू राजी
राधे मुझको तेरा बड़ा सहारा है राधे फूलों में तू राधे ,कलियों में तू है , पत्ते पत्ते में तेरा नजारा
हमको भी सिखला दो कान्हा लव ये कैसे होता है, राज की बात बता दू तुमको मुझसे लव नहीं होता
हरि तुम हरो जन की भीर, द्रोपदी की लाज राखी, तुम बढ़ायो चीर॥ भगत कारण रूप नरहरि धर्यो आप सरीर
ले गयी रे हमरो चितचोर कन्हैया तेरी बंसुरिया कन्हैया तेरी बाँसुरिया, कन्हैया तेरी बाँसुरिया देवी पुजन चली एक दिन
गिरधर मेरे मौसम आया, धरती के शृंगार का, अरे आया सावन पड़ गए झूले बरसे रंग बहार का, गिरधर मेरे
फागुन का आया मेला दिलदार साँवरे, इस बार भी भुलाना मेरे यार संवारे, रंग और गुलाल श्याम को हम सब
गया ऊँगली मरोड़ गया छल्ला मेरा तोड़ तेरा श्याम मैया ऋ, ओहने हाथ पे टैटू बनवाया लिखवाया मेरा नाम मैया