ये मस्त महीना फागुन का
ये मस्त महीना फागुन का शिंगार बना हर आँगन का इस रंग का यारो क्या कहना ये रंग है होरी
ये मस्त महीना फागुन का शिंगार बना हर आँगन का इस रंग का यारो क्या कहना ये रंग है होरी
नही मिलदा सोहना सावल यार सब नु नही मिलदा, मेरा बांके बिहारी लाल सब नु नही मिलदा, मेरा राधा भलव
एक बार जरा बरसाने में तू आके देख ले, तकदीर बदल जायेगी तेरी आजमा के देख ले, एक बार जरा
बरसाने में खुल जाता है वृन्दावन का ताला राधे राधे बोलो कृपा करेगा मुरली वाला राधे राधे जो भी गाये
मोर नाचे मोर नाचे मोर नाचे रे, धुन मुरली की सुन के मोर नाचे रे, मोहन मुरली मधुर भजाये, राधा
हरी नाम का कर सुमिरन शक्ति मिल जायेगी , मोह मया के बंधन से मुक्ति मिल जायेगी , हरी नाम
देखो एक बाला जोगी लला के दर्शन आयो, मैया यशोदा जी के द्वार, जोगीड़ा जोगीड़ा जोगिड़ा जोगीड़ा,जोगीडा जोगीड़ा, लाला का
सोगन्द है ये माँ को माँ का दियाले गए अधिकार, आज नहीं तो कल बोले गा सारा संसार, गाये माता
माल दौलत की हसरत नहीं, और नही मुझको धन चाहिए, मौत शिर्डी में आये मुझे साईं जी ये वचन चाहिए
नंदलाल गोपाल दया करके, रख चाकर अपने द्वार मुझे। धन दौलत और किसी को दे, बस देदे अपना प्यार मुझे॥