प्रेम का स्वभाव विचित्र है, इसमें तो देना ही देना है।
संत हरिदास जी के जीवन की एक घटना है। एक बार की बात है कुछ दुष्टों ने हरिदास जी को
संत हरिदास जी के जीवन की एक घटना है। एक बार की बात है कुछ दुष्टों ने हरिदास जी को
रस राज श्री कृष्ण आनन्दरूपी चन्द्रमा हैं और श्री प्रिया जू उनका प्रकाश है। श्री कृष्ण जी लक्ष्मी को मोहित
आज का प्रभु संकीर्तन।।परमात्मा चिंतन के अनेक मार्ग है,किंतु हम जैसे गृहस्थ लोगो के लिए नाम जप सबसे सहज,सरल और
वृन्दावन ब्रज का हृदय है जहाँ प्रियाप्रियतम ने अपनी दिव्य लीलायें की हैं। इस दिव्य भूमि की महिमा बड़े बड़े
।। श्रीहरि: ।। भक्त का हृदय एक प्रार्थना है, एक अभीप्सा है- परमात्मा के द्वार पर एक दस्तक है। भक्त
एक बार श्यामसुन्दर अपना श्रृंगार कर रहे थे। तभी श्यामसुन्दर ने कुछ सोचकर नन्द गाँव की गोपियों को बुलाया और
विज्ञान की जड़े हिला दी थी,, इस संत ने…. प्रह्लाद जानी….. वो इंसान जिसने 76 सालो से जीवन मे कुछ
प्रेम एक सुबह है तो प्रेम एक शाम है,प्रेम से मुलाकात ही प्रेम का नाम है प्रेम एक छांव है
प्रतिदिन सत्य से प्रीति करते रहो तो एक दिन मन के सब दोष, कल्मष, मैल दूर हो जायेंगे मैल दूर
अब तो भगवान ही करेगा, भगवान जैसा करेगा वैसे ही ठीक है। आज हम थोङी सी कठीन परिस्थिति आने पर,