
भक्ति की लौ लगना
महान संतों ने कहा है कि जिन मनुष्यो के मन मे भगवद भक्ति की लौ जल जाती है, वे बड़े

महान संतों ने कहा है कि जिन मनुष्यो के मन मे भगवद भक्ति की लौ जल जाती है, वे बड़े

चित्त की एकाग्रता के लिए ही नामस्मरण की आवश्यकता है… चित्त की एकाग्रता बहुत ऊँची अवस्था है…. चित्त चंचल होता

सत्संग, या आध्यात्मिक लोगों की संगति, व्यक्ति के अंतिम उद्देश्य को प्राप्त करने का एकमात्र साधन है। भक्ति एक सिद्धांत

प्रेम ही जीवन की पूर्णता है। प्रेम हृदय का अनुराग और करुणा है। प्रेम हृदय को सरल बनाने की विधि

सत्संग की बहुत महिमा है, सत्संग तो वो दर्पण है जो मनुष्य के चरित्र को दिखाता है ओर साथ साथ

– इन 11 संकेतों से कर सकते हैं आभास दुनिया में बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्हें उनके जीवन में

भगवान को प्राप्त करने के सभी साधनों में ‘शरणागति’ सबसे सरल साधन है। साधारण भाषा में शरणागति का अर्थ मन,

हम सभी जानते और कहते हैं कि प्रत्येक कार्य करते समय ईश्वर को सदैव याद रखे।किन्तु परिस्थिति बदलने पर सब

राधे राधे ,,,एक बार निकुंज में स्वामिनी जू के मन इच्छा जाग्रत हुई कि प्रियतम चलो लुका-छिपी खेलेंगे ,खुला मैदान

उत्तर :- परम्परा हैं किकिसी भी मंदिर में दर्शन के बादबाहर आकर मंदिर की पैड़ी याऑटले पर थोड़ी देर बैठना।