
शिव आवाहनमंत्र
ॐ मृत्युंजय परेशान जगदाभयनाशन।तव ध्यानेन देवेश मृत्युप्राप्नोति जीवती।। वन्दे ईशान देवाय नमस्तस्मै पिनाकिने।नमस्तस्मै भगवते कैलासाचल वासिने।आदिमध्यांत रूपाय मृत्युनाशं करोतु मे।।

ॐ मृत्युंजय परेशान जगदाभयनाशन।तव ध्यानेन देवेश मृत्युप्राप्नोति जीवती।। वन्दे ईशान देवाय नमस्तस्मै पिनाकिने।नमस्तस्मै भगवते कैलासाचल वासिने।आदिमध्यांत रूपाय मृत्युनाशं करोतु मे।।

कई बार आप सफलता के बेहद करीब होते हैं और अचानक ही सब कुछ आपके हाथ से निकल जाता है।

!! हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे !!हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे !! !! हरे

ॐ श्री सच्चिदात्मने नमः 🙏आज का शब्द-: दुख पर हर सुख घर ले जा……..! अर्थ-: जैसे किसी बड़े डॉक्टर के

यही वह महाँन मंत्र है!जिसका जप करके बालक ध्रुव ने सच्चिदानन्द ब्रह्म को दर्शन देने पर विवश कर दिया! यह

इस चित्र से आपको यह तो समझ आ गया होगा की गायत्री मंत्र से शरीर के कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर

।। मन पर नियन्त्रण करके शब्दों का उच्चारण करने की क्रिया को मन्त्र कहते है। मन्त्र विज्ञान का सबसे ज्यादा

“नानक नाम चढदी कला, तेरे भाणे सरबत दा भला”……! आनंद-कंद (नाम-सिमरन) जब रथ पर थे, तब तो आनंद-धाम था, रथ

परमात्मा चिंतन के अनेक मार्ग है,किंतु हम जैसे गृहस्थ लोगो के लिए नाम जप सबसे सहज,सरल और तीव्र लाभ देने

उलटा नाम जपत जग जाना।वाल्मीकि भये ब्रह्म समाना।।दोस्तों! तुलसी दास जी लिखते हैँ राम चरित मानस मे कि वाल्मीकि जी