भगवान श्री कृष्ण ने मानसी गंगा व चारो का प्राकट्य
कृष्णस्तु भगवान् स्वयम्गोवर्धन लीला के उपरांत भगवान श्री कृष्ण ने मानसी गंगा का प्राकट्य किया। नंद-राय जी कन्हैया से बोले-
कृष्णस्तु भगवान् स्वयम्गोवर्धन लीला के उपरांत भगवान श्री कृष्ण ने मानसी गंगा का प्राकट्य किया। नंद-राय जी कन्हैया से बोले-
हिंदू धर्म में चार धाम यात्रा का अपना एक विशेष महत्व है। इनमें गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम शामिल
दक्षिण भारत से किसी समय एक कृष्ण भक्त वैष्णव साधु वृंदावन की यात्रा के लिए आए थे । एक बार
अनेक प्राचीन मंदिर ऐसे स्थलों या पर्वतों पर बनाए गए हैं, जहां से चुंबकीय तरंगें घनी होकर गुजरती हैं। इस
• •पागल मन बोला…” अरे , बिल्कुल मत जाना। बड़ी मायावी नगरी है , एक बार गए तो सही सलामत
क्या इन्हीं को श्रद्धालु कहते हैंक्या यही भाव है ठाकुर जी के प्रतिआजकल वृंदावन में ऐसे ही लोग आ रहे
तीन ओर से घिरी सीमावर्ती पुंछ घाटी के उत्तरी भाग में पुंछ कस्बे से 23 किमी की दूरी पर स्थित
यह मंदिर छत्तीसगढ़ राज्य के गरियाबंद जिले में राजिम नगर में स्थित है। यह स्मारक छत्तीसगढ़ राज्य द्वारा संरक्षित है।
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री वृन्दावन । विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री वृन्दावन ।। जमुना
बाँके बिहारी जी के प्रकट उत्सव बिहार पंचमी की सबको बधाई🌹 संगीत सम्राट तानसेन के गुरु स्वामी हरिदास वृन्दावन के