
सुकन्या की बांसुरी धुन और राधारमण जी
एक सुंदर प्रसंग हरीराम बनारस में गुलाब की पत्तियों को पीसकर गुलकंद बनाने का काम करता था ।बनारस में उसकी
एक सुंदर प्रसंग हरीराम बनारस में गुलाब की पत्तियों को पीसकर गुलकंद बनाने का काम करता था ।बनारस में उसकी
यह लेख ज्योतिष प्रयोग में शनि एवं शनि देवता के बारे में है। अन्य प्रयोग हेतु के लिए, शनि देखें।शनि
.अयोध्या के बहुत निकट ही पौराणिक नदी कुटिला है – जिसे आज टेढ़ी कहते हैं, उसके तट के निकट ही
भगत कबीर जी की बेटी की शादी का समय नजदीक आ रहा था।सभी नगर वासीयों में काना फूसी चल रही
एक बार एक सम्राट एक साधु से बहुत प्रभावित हो गए। सम्राट रोज रात को अपने घोड़े पर सवार होकर
श्री समर्थ रामदास स्वामी एक दिन अपने शिष्यों के साथ यात्रा पर निकले थे।.दोपहर के समय एक बड़े कुएँ के
गरीबी से जूझती सरला दिन-ब-दिन परेशान रहने लगी थी।भगवान के प्रति उसे असीम श्रद्धा थी और नित नेम करके ही
त्रिभंग ललित छवि के सबसे लाडले और स्वरूप में सबसे छोटे ठाकुर श्री राधा रमण लाल जी महाराज इनके प्रकट
.एक राजा था। एक बार वह सैर करने के लिए अपने शहर से बाहर गया।लौटते समय देर हो गई तो
श्री गणेश चतुर्थी व्रत की पौराणिक कथा के अनुसार एक बार भगवान शिव तथा माता पार्वती नर्मदा नदी के किनारे