
मानस के अंतर्गत गीताएँ
आज गीताजयंती के शुभ अवसर पर विशेष🌲 यह लेख विशेषकर उन भक्तजनों के लिये है जो देवनागरी (संस्कृत) भाषा पढ़ने

आज गीताजयंती के शुभ अवसर पर विशेष🌲 यह लेख विशेषकर उन भक्तजनों के लिये है जो देवनागरी (संस्कृत) भाषा पढ़ने

जयश्री राम महायुद्ध समाप्त हो चुका था।जगत को त्रास देने वाला रावण अपने कुटुंब सहित नष्ट हो चुका था। कौशलाधीश

*पर्व ज्ञानामृत *श्रीमद्भगवत गीता—:* भगवदगीता सनातन धर्म के पवित्र ग्रन्थों में से एक हैं जिसे मनुष्य के जीवन का सार

दोहा : (देखन मिस मृग बिहग तरु फिरइ बहोरि बहोरि।निरखि निरखि रघुबीर छबि बाढ़इ प्रीति न थोरि॥) भावार्थ:-मृग, पक्षी और

तुलसी दास जी ने जब राम चरित मानस की रचना की,तब उनसे किसी ने पूंछा कि बाबा! आप ने इसका

राजीव दीक्षित की जीवनी समाज के लिए एक ऐसी प्रेरणा है जो किसी को भी अपने देश के गौरवशाली अतीत

*** 🐆🐆भगवान शिव स्वयं परब्रह्म हैं।इसलिए वे अपने वास्तविक स्वरुप में यानी नग्न रहना पसंद करते हैं। लेकिन उन्होंने श्रीहरि

अंतिम सांस गिन रहे जटायु ने कहा कि मुझे पता था कि मैं रावण से नहीं जीत सकता लेकिन तो

एक सेठ जी थे उनके घर में एक गरीब आदमी काम करता था जिसका नाम था रामलाल जैसे ही राम

प्रार्थना में वाकई बहुत शक्ति होती है. अगर आप इसके जरिए अपनी मनोकामना की पूर्ति चाहते हैं तो जरूरी है