
समूहमें शक्ति होती है
समूहमें शक्ति होती है किसी वनमें एक तमालके वृक्षपर घोंसला बनाकर घटक पक्षी (गौरैया) का एक जोड़ा रहता था। कालान्तरमे
समूहमें शक्ति होती है किसी वनमें एक तमालके वृक्षपर घोंसला बनाकर घटक पक्षी (गौरैया) का एक जोड़ा रहता था। कालान्तरमे
एक साधु प्रातः काल शौचादिसे निवृत्त होकर नदी किनारे एक धोबीके कपड़े धोनेके पत्थरपर खड़े-खड़े ध्यान करने लगे। इतनेमें धोबी
बड़े लोगोंकी बड़ी बातें एक बार बातें करते-करते शम्भुरावने कहा, ‘बहू। तुमने शिक्षा ग्रहण नहीं की. फिर भी तुम बड़ी
एक गृहस्थ त्यागी, महात्मा थे। एक बार एक सज्जन दो हजार सोनेकी मोहरें लेकर उनके पास आये और कहने लगे-
औरंगजेबने भेंटके बहाने शिवाजीको दिल्ली बुलाकर कैद कर लिया और शिवाजीने भी धोखा देकर आगरेसे भाग उसे इसका करारा जवाब
महाभाष्यतिलकके कर्ता संस्कृतके प्रकाण्ड विद्वान् कैयटजी नगरसे दूर एक झोंपड़ीमें निवास करते थे। उनके घरमें सम्पत्तिके नामपर एक चटाई और
महाराज जनकके राज्यमें एक ब्राह्मण रहता था। उससे एक बार कोई भारी अपराध बन गया। महाराज जनकने उसको अपराधके फलस्वरूप
सौन्दर्यके अहंकारका फल शंखासुरका एक पुत्र था, जो ‘अघ’ नामसे विख्यात था। महाबली अघ युवावस्थामें अत्यन्त सुन्दर होनेके कारण साक्षात्
किसी समय कन्नौजमें अजामिल नामका एक तरुण ब्राह्मण रहता था। वह शास्त्रोंका विद्वान् था, शीलवान् था, कोमल स्वभावका उदार, सत्यवादी
एक सम्पन्न घरके लड़केको डाकुओंने पकड़ लिया और अरबके एक निर्दय व्यक्तिके हाथ बेच दिया। निष्ठुर अरब उस लड़केसे बहुत