आया सावन मतवाला
सभी झूम रहे सावन में,
और गीत गा रहे सावन के
पार्वती संग भोला, नाच रहे कैलाश में,
डम-डम बाजे डमरू, गगन में |
देवगण पुष्प बरसा रहे, आकाश में,
अप्सराएं झूम रहीं प्रसन्नचित्त
हो कर स्वर्ग में |
देवता भी खुशी मना रहे,
भोला सगं पार्वती झूला झूल
रहीं कैलाश पर |
नंदी शिवगण, प्रसन्न हुए सभी,
ढोल बजा रहे, सावन में |
मथुरा-वृंदावन वासी भी झूम रहे,
सावन के महीने में |
राधा साथ कृष्ण, झूला झूल रहे,
नाच गा रहे, मधुबन में |
गोपी सखियां झूम रही,
वृंदावन बिहारी के साथ, वृंदावन में |
वृंदावन बिहारी, सज रहे फूलों से,
सुगंध फैल रही, चारों ओर पुष्पों की |
मोहित हो रहे, वृंदावन वासी,
गाजे बाजे बजा रहे खुशी में |
द्वारकाधीश शोभा, पा रहे मथुरा में
सावन आया झूम कर,
सभी संगीत गा रहे, सावन के |