हे,स्वामनी जू
में अधम हर बक्त आप को टेरता रहता हूँ, मेरी अकारण टेर आप श्री युगलवर जू के नित्य बिहार में विघ्न तो करती होगी।।आप तो अकारण करुणामयी हो स्वामनी जू मम अपराध को छमा कीजिये।
किशोरी ऐसी कृपा तो कीजे मम स्वास स्वास तेरो ही नाम सुधा रस ही पीजें,में श्री राधे राधे रटू निरंतर मेरी कामना भी यही है लाड़ो तुम सुखी रहो निज प्रियतम के संग हित वृन्दावन निज बाग।। लाडली…..जू.
जय जय श्री हित हरिवंश।।
hey swami ju I keep troubling you every time, without any reason, you must have disturbed Shri Yugalvar Ju’s daily Bihar. Kishori such grace should be given to me, my mother, my breath, my only name is Sudha Ras, my wish is always like this, Lado you stay happy with your dearest one in Vrindavan Nij Bagh. Ladli…..joo. Jai Jai Shri Hit Harivansh.