है मेरे मोहन मदन मुरारी
यूँ तो मेरी हर बात समझ जाते हो, फिर क्यों मुझे इतना सताते हो!!
तुम बिन कोई और नहीं मेरा,शायद इसी बात का फ़ायदा उठाते हो…
पागलपन की सारी लकीरें मेरे हाथों में ही क्यूँ मेरे कन्हैया!!
तुम को चाहूँ मैं ही चाहूँ और मैं ही चाहूँ क्यूँ…
मेरी पहचान मेरे राधेश्याम सरकार !!
जय जय श्री राधेश्याम👣सरकार की
Hi my Mohan Madan Murari You understand everything about me, then why are you troubling me so much!! No one else is mine without you, maybe you take advantage of this… Why all the lines of madness are in my hands only, my Kanhaiya!! I want you, I want you and I want you, why… My identity my Radheshyam government!! Jai Jai Shri Radheshyam 👣Govt.