वृन्दावन में श्रीकृष्ण का एक ऐसा मंदिर है जो अपने आप ही खुलता और बंद हो जाता है। यह भी माना जाता है कि इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण रोज रात को खुद शयन करने आते हैं। उनके सोने के लिए मंदिर के पुजारी रोज पलंग लगाते हैं और जिस पर साफ-सुधरी गद्दी एवं बिस्तर के ऊपर चादर बिछाते हैं। यहां के स्थानीय लोगों की मान्यता है कि इस मंदिर के दरवाजे रात में अपने आप बंद हो जाते हैं इसलिए मंदिर के पुजारी अंधेरा होने से पहले प्रसाद और पलंग का इंतजाम करके रखते हैं और रात की अंतिम आरती के बाद चले जाते हैं।
रात में यहां कोई भी नहीं रुकता है। स्थानीय लोगों के अनुसार ऐसा बरसों से होता आ रहा है। कहते हैं कि जब मंदिर खुलता है तो उस बिस्तर की हालत देखकर सभी अचंभित हो जाते हैं, क्योंकि उसे देखकर लगता है कि यहां कोई सोया था।
सबसे आश्चिर्य की बात यह भी कि यहां प्रतिदिन माखन मिश्री का प्रसाद चढ़ाया जाता है और जो बच जाता है उसे मंदिर में ही रख दिया जाता है, लेकिन सुबह तक वह प्रसाद भी समाप्त हो जाता है।। 🙏
A temple whose doors open and close by themselves.
There is such a temple of Shri Krishna in Vrindavan which opens and closes automatically. It is also believed that Lord Krishna himself comes to sleep in this temple every night. For their sleep, the priests of the temple put a bed every day and on which a clean cushion and a sheet are spread over the bed. It is believed by the local people that the doors of this temple are automatically closed at night, so the priests of the temple arrange prasad and beds before dark and leave after the last aarti of the night. Nobody stays here at night. According to the local people, this has been happening for years. It is said that when the temple opens, everyone is surprised to see the condition of that bed, because looking at it it seems that someone had slept here. The most surprising thing is that Makhan Mishri Prasad is offered here everyday and whatever remains is kept in the temple itself, but by morning that Prasad also ends. 🙏Radhe🌺Radhe🌺🙏🌺Jai🌺🙏🌺Shri🌺Krishna🙏