लूसाने तंबाकू पीनेकी आदत छोड़नेका अमित प्रयत्न किया, पर वह सफल न हो सकी। चालीस सालकी अवस्थामें पहुँचनेपर उसका मन तंबाकू पीनेमें इतना आसक्त हो गया कि उसे अन्य कोई पदार्थ अच्छा ही नहीं लगता था। वह अनवरत बहुत समयतक भगवान्से प्रार्थना करती रही, पर इस निकृष्ट व्यसनसे अपना पीछा न छुड़ा सकी। उसके मनमें विश्वास था कि भगवान् नित्यप्रति मेरी प्रार्थना सुनते हैं और किसी न-किसी दिन वे मुझे अपनी कृपासे धन्य करेंगे ही वह नित्य एकान्तमें बैठकर घंटों कहा करती थी- ‘हे भगवन्! मैं अपनी कमजोरियोंपर आजतक विजय नहीं प्राप्त कर सकी; मैं बहुत दुःखी और चिन्तित हूँ।’एक दिन लूसा आग ताप रही थी कि अचानक उसने आवाज सुनी—’तंबाकू पीना बंद करो।’ ‘क्या मेरे व्यसनका अन्त हो जायगा ?’ लूसाके मुखसे शब्द निकल पड़े। वह चौंक उठी।
‘लूसा तंबाकू पीना बंद करो। हुक्का अलग रख दो।’ आवाज उसके कानोंके अत्यन्त निकट आ गयी। लूसा उठ पड़ी। उसने हुक्का अंगीठीके निकट ही काठकी एक आलमारीपर रख दिया। उसने सदाके लिये तंबाकू पीनेका त्याग कर दिया। तंबाकू पीनेवालोंको देखकर या उसकी गन्धसे भी वह कभी तंबाकूकी ओर आकृष्ट नहीं हो सकी।
– रा0 श्री0
Lausanne tried a lot to give up the habit of smoking tobacco, but she could not succeed. On reaching the age of forty years, his mind became so addicted to tobacco that he did not like any other substance. She kept praying to God for a long time, but could not get rid of this bad addiction. She had faith in her heart that God always listens to my prayers and some day or the other He will bless me with His grace. I could not get victory over my weaknesses till date; I am very sad and worried.’ One day Lusa was warming the fire when suddenly she heard a voice – ‘Stop smoking tobacco.’ ‘Will my addiction end?’ The words came out of Lusa’s mouth. She got shocked.
‘Lusa stop smoking tobacco. Put the hookah aside.’ The voice came very close to his ears. Lusa got up. He put the stick on a cupboard near the hookah fireplace. He gave up smoking tobacco forever. She could never get attracted towards tobacco by seeing tobacco smokers or even by smelling it.
– Ra0 Mr.0