एक पापी इन्सान मरते वक्त बहुत दुख और पीड़ा भोग रहा था। लोग वहाँ काफी संख्या में इकट्ठे हो गये।वहीं पर एक महापुरूष आ गये, पास खड़े लोगों ने महापुरूष से पूछा कि आप इसका कोई उपाय बतायें जिससे यह पीड़ा से मुक्त होकर प्राण त्याग दे और ज्यादा पीड़ा ना भोगे।
महापुरूष ने बताया कि अगर स्वर्ग की मिट्टी लाकर इसको तिलक किया जाये तो ये पीड़ा से मुक्त हो जायेगा। ये सुनकर सभी चुप हो गये। अब स्वर्ग कि मिट्टी कहाँ से और कैसे लायें?
महापुरुष की बात सुन कर एक छोटा सा बच्चा दौड़ा दौड़ा गया और थोड़ी देर बाद एक मुठ्ठी मिट्टी लेकर आया और बोला- “ये लो स्वर्ग की मिट्टी इसे तिलक कर दो।”
बच्चे की बात सुनकर एक आदमी ने मिट्टी लेकर उस आदमी को जैसे ही तिलक किया कुछ ही क्षण में वो आदमी पीड़ा से एकदम मुक्त हो गया। यह चमत्कार देखकर सब हैरान थे, क्योंकि स्वर्ग की मिट्टी कोई कैसे ला सकता है और वो भी एक छोटा सा बच्चा, हो ही नहीं सकता।
महापुरूष ने बच्चे से पूछा- “बेटा ये मिट्टी तुम कहाँ से लेकर आये हो? पृथ्वी लोक पर कौन सा स्वर्ग है जहाँ से तुम कुछ ही पल में ये मिट्टी ले आये?”
बच्चा बोला- “बाबा जी एक दिन स्कूल में हमारे गुरुजी ने बताया था कि माता पिता के चरणों में सबसे बड़ा स्वर्ग है, उसके चरणों की धूल से बढ़कर दूसरा कोई स्वर्ग नहीं। इसलिये मैं ये मिट्टी अपने मातापिता के चरणों के नीचे से लेकर आया हूँ।”
बच्चे मुँह से ये बात सुनकर महापुरूष बोले- “बिल्कुल बेटे माँ बाप के चरणों से बढ़कर इस जहाँ में दूसरा कोई स्वर्ग नहीं और जिस सन्तान के कारण से माँ बाप की आँखो में आँसू आये ऐसी औलाद को नरक इस जहाँ में ही भोगना पड़ता है।”
A sinful man was suffering a lot while dying. People gathered there in large numbers. A great man came there, the people standing near asked the great man that you should tell him a solution so that he can be free from pain and give up his life and not suffer much pain.
The great man told that if Tilak is applied to him by bringing the soil of heaven, then he will be free from pain. Everyone became silent after hearing this. Now from where and how to get the soil of heaven?
After listening to the great man, a small child ran and ran and after some time came with a handful of soil and said – “Take the soil of heaven, make it a tilak.” After listening to the child, a man took some soil and applied Tilak to the man, within a few moments the man became completely free from pain. Everyone was surprised to see this miracle, because how can anyone bring the soil of heaven and that too a small child, cannot be.
The great man asked the child – “Son, where did you bring this soil from?” Which is the heaven on earth from where you brought this soil in a moment?
The child said- “Baba ji, one day in school our teacher had told that the biggest heaven is at the feet of parents, there is no other heaven than the dust of their feet. That’s why I have brought this soil from under the feet of my parents.
After hearing this from the mouth of the child, the great man said – “Son, there is no other heaven in this world than the feet of the parents and such a child has to suffer hell in this world because of which tears come to the eyes of the parents.” “