ब्रिटेनमें तब जेम्स द्वितीयका शासन था। वह अपने अत्याचार एवं अन्यायके लिये काफी बदनाम रहा है।
उसके समयमें जिसे फाँसीकी सजा सुनायी जाती थी, उससे उसके परिवारके किसी व्यक्तिको नहीं मिलने दिया जाता था काँकरेलको फाँसीकी सजा सुनायी गयी थी। ग्रीजेल उसीकी लड़की थी। उसने लड़केका रूप धारणकर जेल अधिकारियोंकी आँखोंमें धूल झोंक अपने पितासे मुलाकात की और उससे पता लगाया कि उसके बचनेका एकमात्र उपाय जेम्सका क्षमा-दान है। पर जबतक कोई लंदन जाकर महाराज जेम्ससे मिलकर क्षमा पत्र ले आये तबतक तो काँकरेलको फाँसी ही हो जाती। फिर भी ग्रीजेलने धैर्य नहीं छोड़ा, उसने अपने भाईको प्रार्थना पत्र देकर लंदन विदा किया। उन दिनों फोन तार तो क्या, रेलगाड़ियाँ भी न थीं। उधर उसका भाई लौटा भी नहीं, इधर फाँसीका दिन एकदम निकट आ गया। अब उसके पिताकी फाँसी रोकी कैसे जाय। ग्रीजेलने निश्चय किया कि डाकियेके हाथसे फाँसीका फरमान लेकर फाड़ दिया जाय।
नियत दिन आ पहुँचा। ग्रीजेलने अपना वेषपुरुषका बनाया और वह डाकियेके मार्गमें खड़ी हो। | गयी। वह घोड़े पर सवार थी और हाथमें एक भरी | पिस्तौल भी लिये थी। डाकिया आया। ग्रीजेलने डपटकर उसे रोका और सारी डाक माँगी। डाकियेके हाथमें भी पिस्तौल थी। उसने उसे ग्रीजेलपर चला दिया। एक-एक कर उसने धायँ धायँ कई गोलियाँ दाग दीं। ग्रीजेल सामने खड़ी हँस रही थी। गोलीसे उसको कुछ न हुआ।*
अब डाकिया डर गया । ग्रीजेलने उसके हाथसे डाकका थैला छीन लिया। थोड़ी दूर जाकर उसने थैला खोला और पिताकी फाँसीका फरमान निकालकर थैलेको वहीं फेंक दिया। डाकिया यह सब देख रहा था। उसने ग्रीजेके चले जानेपर थैला उठा लिया और चलता बना।
फरमान न मिलनेसे काँकरेलको फाँसी न हो सकी और अवधि आगे बढ़ गयी। इधर जेम्स उसके भाईकी करुण प्रार्थनापर पिघल गये और वह उनसे क्षमादानका पत्र लेकर पहुँच गया। इस प्रकार ग्रीजेलने अपार धैर्य, बुद्धिकौशल तथा साहसके सहारे अपने पिताकी जान बचा ली। – जा0 श0
Britain was then ruled by James II. He has been quite infamous for his tyranny and injustice.
The appointed day arrived. Grezel puts on her costume and stands in the postman’s way. , Gone. She was riding a horse and carrying a bag in her hand. The pistol was also taken. The postman came. Grezel stopped him and asked for all the mail. The postman also had a pistol in his hand. He drove her to Grizel. One by one he fired several bullets slowly. Grizel was standing in front laughing. The bullet did nothing to him.*
Now the postman is scared. Grizel snatched the mail bag from his hand. After going a little distance, he opened the bag and took out the order for his father’s execution and threw the bag there. The postman was watching all this. He picked up the bag when Grezke left and kept on walking.
Due to non-receipt of Farman, Kankerel could not be hanged and the period went ahead. Here James melted at his brother’s compassionate prayer and reached him with a letter of pardon. In this way, Grizel saved her father’s life with the help of immense patience, intelligence and courage. – Ja0 Sh0