रामकृष्ण परमहंस जयंती



आज 12 मार्च 2024 को राम कृष्ण परमहंस जयंती है। आध्यात्मिक रास्ते पर चलकर संसार के अस्तित्व संबंधी परम तत्व (परमात्मा) का ज्ञान प्राप्त कर लेने वाले को परमहंस कहा जाता है। रामकृष्ण परमहंस की गिनती ऐसे ही महात्माओं में होती है, इसीलिए उनके नाम के साथ परमहंस लगाया जाता है। भारत के महान संत और आध्यात्मिक गुरु रामकृष्ण परमहंस का मानना था कि ईश्वर का दर्शन किया जा सकता है।

ईश्वर का दर्शन करने के लिए वह आध्यात्मिक चेतना की तरक्की पर जोर देते थे। उनके आचरण और उपदेशों ने एक बड़ी आबादी के मन को छुआ, जिनमें उनके परम शिष्य भारत के एक और विख्यात आध्यात्मिक गुरु, प्रणेता और विचारक स्वामी विवेकानंद भी शामिल थे।इस बार रामकृष्ण परमहंस का 188वां जन्म वर्षगांठ है। उनका जन्म फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को बंगाल के कामारपुकुर गांव में हुआ था। अतः आज फाल्गुन माह की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि है। || परमहंस स्वामी जी की जय हो



Today, March 12, 2024, is Ram Krishna Paramhansa Jayanti. The one who, by following the spiritual path, attains the knowledge of the ultimate essence of the existence of the world (God) is called Paramahamsa. Ramakrishna Paramahansa is counted among such mahatmas, that is why Paramahamsa is added to his name. Ramakrishna Paramhansa, the great saint and spiritual leader of India, believed that God could be seen.

In order to have the darshan of God, he laid emphasis on the development of spiritual consciousness. His conduct and teachings touched the hearts of a large population, including his ultimate disciple, another renowned spiritual guru, pioneer and thinker of India, Swami Vivekananda. This time marks the 188th birth anniversary of Ramakrishna Paramahamsa. He was born on the second day of Shukla Paksha of Phalgun month in Kamarpukur village of Bengal. Therefore, today is the second date of Shukla Paksha of Phalgun month. , Hail Paramhansa Swamiji

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