आध्यात्मिकता का सिद्धांत

yvette de wit nyrvisodq2m unsplash5642845028593662147

आप घर का वातावरण ऐसा बनाइएं, जिसमें सफाई का वातावरण, मितव्ययता का वातावरण, शिष्टाचार का वातावरण,शालीनता का वातावरण भी सम्मिलित है। आप अपने बच्चों को मीठा बोलना सिखाइये। पहले आप शुरू कीजिये। अपने बच्चों के साथ अच्छे गुणों का प्रयोग कीजिए, फिर देखिये उसकी प्रतिक्रिया होती है कि नहीं होती।परिवर्तन हमें स्वयं में लेकर आना है।
आपका घर स्वर्ग बनता हुआ चला जाएगा। आप सहकारिता की, मितव्ययता की, सहानुभूति की परम्परा प्रारम्भ किजिए। यही आध्यात्मिकता का सिद्धांत है, जो आपके व्यावहारिक जीवन में समाविष्ट हो सके और आप सारी की सारी समस्याओं का समाधान करने में समर्थ हो सकें।
आपकी आर्थिक समस्याओं, पारिवारिक समस्याओं, सामाजिक समस्याओं -सभी का हल व्यावहारिक अध्यात्म में है। हमें अपने व्यावहारिक जीवन में, घरेलू जीवन में, पारिवारीक जीवन में अद्ध्यात्म का प्रयोग करना पड़ेगा। में देवत्व का विकास करना पड़ेगा, तभी हमारी सारी समस्याओं का निदान होना संभव है ।
हमारे आध्यात्मिक दृष्टिकोण से ही हम, हमारी सारी शक्तियों को सृजनात्मक दिशा में कर सकते है



You should create such an environment of the house, which includes an environment of cleanliness, an environment of economy, an environment of courtesy, an environment of decency. Teach your children to speak sweetly. You start first. Use good qualities with your children, then see if they react or not. Change has to be brought in by ourselves. Your home will go on becoming a heaven. You start the tradition of cooperative, frugal, sympathetic. This is the principle of spirituality, which can be incorporated in your practical life and you will be able to solve all your problems. Your financial problems, family problems, social problems – all have solutions in practical spirituality. We have to use spirituality in our practical life, in domestic life, in family life. Divinity has to be developed in me, only then it is possible to solve all our problems. From our spiritual point of view, we can channelize all our energies in a creative direction.

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter
Share on pinterest
Share on telegram
Share on email

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *