किसी भी प्रकार की मशीन हो मशीन को चलाते रहेगें तब वह कार्य करती है। मशीन को कुछ समय नहीं चलाते हैं। तब वह कुछ समय के पश्चात काम करना बन्द कर देती है। मनुष्य शरीर भी एक मशीन की तरह काम करता है। मनुष्य शरीर एक मशीन हैं।
मनुष्य शरीर को चलाने में जितना भोजन सहायक है उससे कहीं अधिक सकरात्मक सोच है। हमारे आस पास खुशी का माहोल होता है हम सकारात्मक रहते हैं। हमे देखना यह है। हमारी मशीनरी चार्ज कैसे होती है। हमारे मन में अच्छे विचार कैसे बनते हैं हम हर समय powerful कैसे रहते हैं ।हमारे अन्दर चारजीगं सिस्टम हैं। हम चार्ज बाहर से होना चाहते हैं। हमारे अन्तर्मन मे चार्जिंग सिस्टम बने हुए हैं। आप बाहर से चार्ज होते हो वह चार्ज कुछ समय का है।
आप अपने अन्तर्मन से चार्ज होते हैं। वह power हर समय बनी रहती है। yog, exercise, prayers, meditation , menter jep के माध्यम से चार्ज हो सकते हैं। मन्त्र जप आपके आत्मबल में वृद्धि करता है। मन्त्र जप आपके अन्दर के विकारों को बाहर निकालकर आपके मन में आत्म विश्वास भरता है। आत्म विश्वास को हम power कहते है।
मन्त्र जप करते हुए हमारे अन्दर एक मशीन के जैसे रोटेशन किरया होती है। रोटेशन हमारे अन्दर के जमाव को खत्म करके नयी ऊर्जा बनाने लगता है। मन्त्र जप एक घंटे करने पर आपका आत्मविश्वास बढऩे लगता है। आत्म विश्वास से भरा हुआ व्यक्ति हर प्रकार के कार्य क्षेत्र में सफलता को प्राप्त करता है। हम मन्त्र जप को महत्व नहीं देते हैं।
मन्त्र जप सुबह उठकर करने पर आप सुबह चार्ज हो जाते हैं। आप दिन भर अच्छे विचारों के धनी रहते हैं। आप स्वस्थ रहते हैं। क्योंकि आपने अपनी मशीनरी में मन्त्र जप रूपी तेल डाल कर तैयार किया है। यह सब प्रैक्टिकल कर के आप देख सकते हैं। आप को जिस भगवान का देवी देवता का जो मन्त्र आप करते आ रहे है वहीं कर के देख सकते हैं। मन्त्र हमारे अध्यात्म का धन है। मन्त्र विधि विधान से करते हैं बहुत अच्छा है। विधि विधान से नहीं करना चाहते हैं। तब आप मन ही मन जब भी समय मिले भगवान का नाम लेते हो तब भी आप चार्ज हो जाओगे। मुझे श्री राम नाम से प्रेम रहा है। श्री राम श्री राम से चार्ज होती हूँ। श्री राम श्री राम श्री राम को जपते हुए श्री राम के गुण हमारे अन्तर्मन का द्वार खटकाते है।
आत्मविश्वास से भरा हुआ व्यक्ति अन्य सहारे नहीं ढुंढता है। वह स्वयं करने के लिए तैयार है। उसके आस-पास का वातावरण शुद्ध होता है। आज मन्त्र जप का महत्व मंदिरों में है। हम आधुनिक युग में इस शैली को महत्व नहीं देते हैं। मन्त्र जप महारास है।
जय श्री राम अनीता गर्ग
Be it any type of machine, if you keep running the machine then it works. Do not run the machine for some time. Then it stops working after some time. Human body also works like a machine. Human body is a machine.
Positive thinking is much more helpful than food in running the human body. There is an atmosphere of happiness around us, we remain positive. This is what we have to see. How does our machinery get charged. How do we create good thoughts in our mind, how do we remain powerful all the time. There are multiple systems within us. We want the charge to be from outside. We have built-in charging systems in our hearts. You are charged from outside, that charge is for some time.
You are charged by your inner self. That power remains at all times. Can be charged through yoga, exercise, prayers, meditation, menter jep. Mantra chanting increases your self-confidence. Chanting mantra fills self-confidence in your mind by taking out the disorders inside you. We call self-confidence power. While chanting mantras, rotation takes place inside us like a machine. Rotation destroys the accumulation inside us and starts creating new energy. After chanting mantra for an hour, your confidence starts increasing. A person full of self-confidence achieves success in every kind of field of work. We do not give importance to mantra chanting.
If you wake up in the morning and chant mantra, you get charged in the morning. You are rich in good thoughts throughout the day. you stay healthy Because you have made your machinery ready by putting oil in the form of mantra chanting. You can see all this practically. You can see yourself by chanting the mantra of the god or goddess you have been chanting. Mantra is the wealth of our spirituality. It is very good that mantras are chanted according to the rules and regulations. Don’t want to do it legally. Then you will be charged even if you chant the name of God in your mind whenever you get time. I have been in love with the name Shri Ram. I am charged with Shri Ram Shri Ram. Shree Ram Shree Ram While chanting Shree Ram, the qualities of Shree Ram knock at the door of our inner mind.
A person full of self-confidence does not look for other support. He is ready to do it himself. The environment around him is pure. Today chanting of mantras is important in temples. We do not give importance to this style in the modern age. Mantra chanting is Maharas.
Jai Shri Ram Anita Garg