।। हनुमान स्तवन ।।
नमो केसरी पूत महावीर वीरं, मंङ्गलागार रणरङ्गधीरं।कपिवेष महेष वीरेश धीरं, नमो राम दूतं स्वयं रघुवीरं।नमो अञ्जनानंदनं धीर वेषं, नमो सुखदाता
नमो केसरी पूत महावीर वीरं, मंङ्गलागार रणरङ्गधीरं।कपिवेष महेष वीरेश धीरं, नमो राम दूतं स्वयं रघुवीरं।नमो अञ्जनानंदनं धीर वेषं, नमो सुखदाता
।। श्रीहनुमते नमः ।। श्रीगुरु चरण सरोज रज निज मन मुकुरु सुधारि।बरनऊं रघुवर बिमल जसु जो दायक फल चारि।। अर्थ-श्रीगुरुजी
ॐ वन्दे सन्तं श्रीहनुमन्तं रामदासममलं बलवन्तम् । ।रामकथामृतमधु निपिबन्तं परमप्रेमभरेण नटन्तम् ।। प्रेमरुद्ध गलमश्रुवहन्तं पुलकाश्चित वपुषा विलसन्तम् । सर्वं राममयं
तुलसी पीठाधीश्वर जगदगुरू रामभद्राचार्य जी महाराज ने हनुमान चालीसा की चौपाइयों में 4 गलतियां बताई है उन्होंने कहा कि पब्लिशिंग
🌼मानस प्रसंग 🌼🌼हनुमान सम नहिं बड़भागी 🌼रामकथा जिसके मन का उदगार हैं ऐसे महादेव, भूत भावन, आशुतोष, विश्वनाथ, भगवान शंकर,
🙏जय श्री राम🙏पवनसुत हनुमान जी की जय हनूमान तेहि परसा कर पुनि कीन्ह प्रनाम।राम काजु कीन्हें बिनु मोहि कहाँ बिश्राम॥1॥
अनन्त बलवंत, ज्ञानियों में अग्रगण्य, कनक भूधराकार शरीरधारी, सौमित्र प्राणरक्षक, मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के परमप्रिय भक्त, जनक नन्दिनी
परात्पर ब्रह्म प्रभु श्रीराम के रामत्व की संसिद्धि हेतु अवतरित परम कृपालु करुणामूर्ति संकटमोचक रुद्रावतार श्री हनुमान जी के प्राकट्य
गुरूवार, 6 अप्रैल, 2023विक्रमी संवत 2080, शक संवत 1945🎇चैत्र माह 🌈 शुक्ल पक्षपूर्णिमा तिथिनक्षत्र: हस्त वैशाख स्नान प्रारंभचैत्र नवपद ओली
सभी हनुमद्भक्तों कोहनुमान जन्मोत्सवदिनांक ०६/०४ /२०२३ कीअसीम शुभकामनाएं…….! ।। श्रीहनुमते नमः ।। रामभक्त हनुमान का जन्म माँ अंजना के गर्भ