
मेरे गुरुवर मेरे गिरिधर प्यारे
मेरे गुरुवर मेरे गिरिधर प्यारे,दोउ एकहिं हो न सपनेहुँ न्यारे। हरि की कृपा ते मिले गुरुवर प्यारे,गुरु की कृपा ते
मेरे गुरुवर मेरे गिरिधर प्यारे,दोउ एकहिं हो न सपनेहुँ न्यारे। हरि की कृपा ते मिले गुरुवर प्यारे,गुरु की कृपा ते
अयोध्या के राजा दशरथ एक बार भ्रमण करते हुए वन की ओर निकले वहां उनका समाना बाली से हो गया।
अब तौ क्या इस छबि पर वारौं,यही सोच उर आवै है ।पल-पल रोम-रोम पर तन मन,कोटिनु तुच्छ दिखावै है ॥कोटि
माँ दुर्गा की नौवीं शक्ति का नाम सिद्धिदात्री हैं। ये सभी प्रकार की सिद्धियों को देने वाली हैं।[8] नवरात्र के
“रासबिहारी होते हुए भी श्रीकृष्ण ब्रह्मचारी कहलाए, इसका मर्म क्या है? आज के आधुनिक समाज में रासलीला का क्या महत्व
एक गृहस्थ भक्त अपनी जीविका का आधा भाग घर में दो दिन के खर्च के लिए पत्नी को देकर अपने
✨ 🌺।। श्रीराधे ।।🌺 🌺✨सभी को “धन तेरस” पर श्रीराधा नाम धन की प्राप्ति हो श्रीजी के प्रेम रूपी धन
कथा पढ़ने या सुनने से ही माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है, कभी धन की कमी नहीं रहती..एक गांव में साहूकार
गोप्य ऊचुः ।जयति तेऽधिकं जन्मना व्रजःश्रयत इन्दिरा शश्वदत्र हि ।दयित दृश्यतां दिक्षु तावका-स्त्वयि धृतासवस्त्वां विचिन्वते ॥ १॥ शरदुदाशये साधुजातस-त्सरसिजोदरश्रीमुषा दृशा
बड़े भाग्य से यह अनमोल शरीर हमें मिला है।हम इस त्रिलोकी में फसे हुए अंधे कीड़े हैं। जो दर-दर की