नवरात्र मानस पूजा
नवरात्रमें भगवती की कृपा प्राप्त करने के शास्त्रोंमें अनेक विधान है । अपने अपने कुल की ओर गुरु परंपराओं के
नवरात्रमें भगवती की कृपा प्राप्त करने के शास्त्रोंमें अनेक विधान है । अपने अपने कुल की ओर गुरु परंपराओं के
सभी स्नेहीजनों को पावनपर्वशारदीय नवरात्रि- २०२३ कीहार्दिक शुभकामनाएं……. ! माता रानी अपने सभी भक्तों का मङ्गल करें ! इस वर्ष
15 अक्टूबर 2023 इस वर्ष शारदीय नवरात्रि पर्व पर माँ भगवती हाँथी पर सवार होकर आ रही है,इसे देवी दुर्गा
शिव की महिमा निराली है,शिव के सिर गंगा बहती है,शून्य से संपूर्ण और शून्य,मृगछाला ओढे त्रिशूल धरे नंदी वाहक है
१. ॐ ऐं ह्रीं श्रीं श्री काली नित्य सिद्धमाता स्वाहा।२. ॐ ऐं ह्रीं श्रीं श्री कपलिनी नागलक्ष्मी स्वाहा।३. ॐ ऐं
राधा-कृष्ण की प्रेम कहानी कैसे खत्म हुई और क्या हुआ फिर राधा का, कैसे हुआ था उनका अंत!!!!! कई वर्षों
अनंतकोटि ब्रह्मांडों की अधीश्वरी भगवती श्रीदुर्गा ही सम्पूर्ण विश्व को सत्ता और स्फूर्ति प्रदान करती हैं। इन्हीं की शक्ति से
ॐकारं बिंदुसंयुक्तं नित्यं ध्यायंति योगिनः।कामदं मोक्षदं चैव ॐकाराय नमो नमः।। ॐ नमंति ऋषयो देवा नमन्त्यप्सरसां गणाः।नरा नमंति देवेशं नकाराय नमो
।। ।। ॐ श्रीं नारायणेशायै मम कण्ठं सदावतु।ॐ श्रीं केशवकान्तायै मम स्कन्धं सदावतु।।६।। ॐ श्रीं पद्मनिवासिन्यै स्वाहा नाभिं सदावतु।ॐ ह्रीं
अस्य श्री अर्गला स्तोत्र मंत्रस्य विष्णुः ऋषिः। अनुष्टुप्छंदः। श्री महालक्षीर्देवता। मंत्रोदिता देव्योबीजं। नवार्णो मंत्र शक्तिः। श्री सप्तशती मंत्रस्तत्वं श्री जगदंदा