
गुरुजन स्वयं आपके पास आते हैं ! वही गुरु, सद्गुरू होते हैं !!
गुरु या सद्गुरु यह विषय खोजने का विषय ही नहीं है !!!गुरु खोजे नही जाते , न ही गुरु ढूंढना
गुरु या सद्गुरु यह विषय खोजने का विषय ही नहीं है !!!गुरु खोजे नही जाते , न ही गुरु ढूंढना
श्री राम मंदिर उद्घाटन 22 जनवरी 2024हे आर्य पुत्रों, हे राम भक्तोंतुम्हे अयोध्या बुला रही हैदमक रहा है, श्री राम
मेरी झोपड़ी के भाग आज जाग जायेंगे …..राम आयेंगे …।सुबह से यही भजन सुन रहा। एक दो चार आठ बार।हर
आदि लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु परब्रह्म स्वरूपिणि ।यशो देहि धनं देहि सर्व कामांश्च देहि मे ।। सन्तान लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु पुत्र-पौत्र प्रदायिनि ।पुत्रां
पहली बार होगा भगवान राम का सूर्य तिलकजय श्रीराम। शुभ दीपावली।बहुत बहुत वधाई।(दीपावली पर विशेष) – ये दीपावली इसलिए महत्वपूर्ण
“ॐ ह्रीं श्रींं ऐं क्लीं सौ: श्रीभद्रलक्ष्म्यै नमः।” श्रीदेवी प्रथमं नाम द्वितीयममृतोद्भवा।तृतीयं कमला प्रोक्ता चतुर्थं लोकसुन्दरी।।१।। पञ्चमं विष्णुपत्नी च षष्ठं
दीपावली पर्व पर उपासना प्रश्न है कि जब दीपावली भगवान राम के १४ वर्ष के वनवास से अयोध्या लौटने की
सच्चिदानन्द रूपाय विश्वोत्पत्यादि हेतवे।तापत्रय विनाशाय श्री कृष्णाय वयम नुमः।। ‘जिसका स्वरूप सच्चिदानन्द है, जो इस समस्त विश्व की उत्पत्ति, पालन
श्रीकृष्ण भगवान द्वारका में रानीसत्यभामा के साथ सिंहासन पर विराजमान थे,निकट ही गरुड़ और सुदर्शन चक्र भी बैठे हुए थे।तीनों
वृन्दावन की गोपियों से लेकर दर्द दीवानी मीरा तक, इस सांवरी सलोनी सूरत के अनेक प्रेमी हुए हैं और हर