रंग बरसे दरबार बाबा जी
रंग बरसे-2 दरबार,बाबा जी तेरे रंग बरसे॥ दिओट सिद्ध गुफा उते,ठंडिया हवावा, सुरगा नु जांदीया ने,गुफा विचो राहवा, भगता नु
रंग बरसे-2 दरबार,बाबा जी तेरे रंग बरसे॥ दिओट सिद्ध गुफा उते,ठंडिया हवावा, सुरगा नु जांदीया ने,गुफा विचो राहवा, भगता नु
इक जोगी आया नी सईयो ॐ नमों शिव करदा ।। ओ रसता पुछदा ए सईयो माँ रत्नो दे घर दा
पौना हारिया नी मैं खुशि च निहाल हो गया, ऐसी कृपा तु किती के कमाल हो गया॥ रहन नहीं ओ
ओह जिहना नाथ ते सुटीयाँ ढोरा,ओ फिकर रहे न ढाका, नाच नाच के ओह नाथ मनुंदे,भावे लोकी कहन तमाशा, सादे
नाथ जी ना जाइयो, माई रतनो दा, दिल पया धडके, नाथ जी ना जाइयो माई रतनो दा, दिल पया धडके,
वाह ओ मेरे जोगियां तेरे रंग नियारे, लखा पापी जोगियां तू पला च तारे, गोरख वरगे तेरी शक्ति मुहरे हारे,
लमबीया उडारा ला मेरे बाबा लमबीया उडारा ला, मोर सवारी आ मेरे बाबा मोर सवारी आ , लमबीया उडारा ला…..
जय गुफा वाले नाथ दी मैं बोल के, पाइया जोगी तो मुरादा दिल खोल के, पूरा किता ज़िंदगी दी हर
सरियाँ तो सोहना मेरा नाथ जो है, हर पल रेह्न्दा मेरे नाल जो एह, क्यों जोगी तो क्यों बाबे तो,
करा वेंतिया सुन ले तू आजा, आजा वे आजा वे सोहने जोगियां, मेरी अँखियाँ दी प्यास न मुका जा, आजा