सिद्ध नाथ दा कर ले जाप
सिद्ध जोगी के परताप से कोट विधन तर जाये, जोगी होये दयाल ऊनि पर जो सिमरेचित लाये, सिद्ध नाथ दा
सिद्ध जोगी के परताप से कोट विधन तर जाये, जोगी होये दयाल ऊनि पर जो सिमरेचित लाये, सिद्ध नाथ दा
जय बाबे दी, जय जोगी दी, जय बाबे दी जै ll चिट्टियाँ पूनियाँ, तन्द लैन हुलारे, पौणाहारी / तलाईयाँ वाले
सोहना दर पौणाहारी/दूधाधारी दा जिथे ढोलक वजदी ऐ, हो तक तक दीद जोगियां/नाथ मेरी अख वी न रजदी. सोहना दर
मेला जोगी दा लगेया शाहतलाईयां चेत महीने रल भगता ने नच नच धुमा पाईया, मेला जोगी दा लगेया शाहतलाईयां लाल
मेरे मन विच मीह बरसादे रेहमता दा तू मालका, मैनु अन्न हद नाल सुना दे चौरासी मुके मेरे मालका, मेरे
(ओ जोगी मेरा,मैं जोगन उसदी, मेरी हाथ ओस्दे विच डोर लोको ऐह दुनिया भावे लख वसदी, मेरे जोगी जेहा ना
जिसदे रंग विच रंगिया हां मैं नाम ओहदे तन मन धन मेरा ओहो रंग सब नु दिखलावा धन मेरा बस
दिता बाबा जी ने आसरा बथेरा, मैं दुनिया तो नही मंगदा, लाया बाबा जी ने दिल विच डेरा, नित नेड़े
वे मनमोनेआ बालक नाथा कदों बुलावेंगा। तेरा शाहतलाईया डेरा, बाबा कादो बुलावेंगा॥ एक चिमटा बनाया बाबा तेरे नाम दा। ओह
चाहे लख कोई लाड लड़ा देवे, जिह्ना मर्जी प्यार जता देवे, परखे रिश्तेदार कोई कर सकदा नही, मावा वरगा प्यार