इको इक नशा सहनु छोटी जही फकीरी दा
दुःख न गरीबी दा ते मोह न अमीरी दा, लोड नहियो ताजा दी ते शोंक न वजीरी दा, इको इक
दुःख न गरीबी दा ते मोह न अमीरी दा, लोड नहियो ताजा दी ते शोंक न वजीरी दा, इको इक
मेरे पौणाहारी जिनके करीब होते है, कौन कहता वो जग में गरीब होते है, मेरे पौणाहारी जिनके करीब होते है,
सहनु दस तू रतनो दे चन वे, अथे गौआ क्यो चारियाँ, असा पुट देने तेरे कन वे अथे गौआ क्यों
पौणाहारिया दीदार तेरा पा के मन प्रसन हो गये तेरे चरना दी धूड़ी मथे ला के असी धन धन हो
मस्ती जी चढ़ गईऐ बाबा जी दे नाम दी लीद कोल वाला कटे दुखड़े तमाम जी मस्ती जी चढ़ गईऐ
आ गये भगत चडाईया चड के बूहे खोल दे पुजारिया वे लंग लेन दे, इस दर दी तू देखभाल करनी
तू जोगियां बनिया ओ जाना शिवा दा नाम जपियो लेना, माये नि मेरी तू चिमटा लाइए दे, चिमटे ओह लेंदे
आओ आओ आओ बाबा जी, आइये भोग लगाओ, हूँ न देर लगाओ बाबा जी, आइये भोग लगाओ, आओ आओ आओ
डयोट सिद्ध वासा तेरा हो माँ रत्नो देया लाड़लेया, माँ रतनो देया लाड़लेया, दुरो दुरो उजागर दर तेरे आये, भगता
सोहनी मूर्ति मैं तेरी दूध नाल नहावा, देशी धी दी ज्योत तेरे दर ते जगावा, सोहने फुला नाल बुना तेरा