आरती मनसा देवी की
मंगल की सेवा सुन मेरी देवी हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़े। पान सुपारी ध्वजा नारियल ले ज्वालातेरी भेंट करें।। सुन
मंगल की सेवा सुन मेरी देवी हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़े। पान सुपारी ध्वजा नारियल ले ज्वालातेरी भेंट करें।। सुन
ऐसा प्यार बहा दे मैया, चरणों से लग जाऊ मैं । सब अंधकार मिटा दे मैया, दर्श तेरा कर पाऊं
माता तेरे भवन में, सुख शांति का वसेरा,माता तेरी शरण में, सौभाग्य का सवेरा,माता तेरे भवन में, जो आये पास