
साँचा तेरा नाम तेरी शरण
साँचा तेरा नाम तेरी शरण में आके मैया बनते बिगड़े काम, माँ अम्बे रानी तू है कल्याणी सब को अपनाया,
साँचा तेरा नाम तेरी शरण में आके मैया बनते बिगड़े काम, माँ अम्बे रानी तू है कल्याणी सब को अपनाया,
तेरे बाजो दातिये ने साडी काहदी शान है, आजा इको बार माँ उडीकदा जहां है, सुन के पुकार साडी आजा
उड़ूँ आसमान में माँ बन के पतंग तेरी, छोड़ न देना कही डोर तू मेरी, मिला है सहारा मुझे मैया
कावां वे कावां तेंनु कूट कूट चुरिया पावा, के अज माई आवे गी के ना, कावां वे कावां तेंनु कूट
माँ दा जागा करवाया घरे माँ नु भुलाया, साढ़े खुशियां ना भर दीते पल्ले के गुंजदे जयकारे दाती दे ,.
सिर उते चुनियाँ ने लाल बनियाँ लिशकदीयां ने घोटे दियां चुनियाँ, कर दियां नाले गुण गान कंजका आ किथे आ
पल्ला मैं मैया दा फड़्या मैनु रंग मस्ती दा चड्या, घुंगरू पैरा दे विच बन के आज मैं लेने ने
त्रिगुट पर्वत मंदिर माँ दा पिंडी रूप बनाया, बारा महीने भगता ने माँ दर ते मेला लाया, बोलो जय मैया
सोहना सजाया दरबार मैया तेरे भगता ने, हो आज करना तेरा दीदार मैया तेरे भगता ने, सोहना सजाया दरबार मैया
आगी शेरसवारी कंजका खेड़ दियां, लगदी रात प्यारी कंजका खेड़ दियां, सोना शेर सजाया माँ ने माथे तिलक लगाया माँ