काली काली महाकाली
काली काली महाकाली काली काली अमावस की रात मैं काली निकली काल भैरव की साथ मैं ये अमावस की रात
काली काली महाकाली काली काली अमावस की रात मैं काली निकली काल भैरव की साथ मैं ये अमावस की रात
जदो तेरे दर दा ख्याल उठ दा, अमिये ने दिल च उबाल उठ दा, तेरे दर उते आवा तनु हाल
भर दो झोलिआ मेरी माँ सवाली जावे ना खाली भर दो झोलिआ लागिया सावन दिया चड़िया के संगता दर्शन नु
सुनो सुनो नी भैनो मेनू खत अमडी दा आया सो सो वारी मैं चुमिया चुमके मस्तक नाल लगाया जाग गई
जय अम्बे जय अम्बे बोल मेरी दाती की मीठे बोल, पल्ला भवन का खोल करू दर्शन मैं अनमोल, चुन चुन
तेरी चौखट पे जन्नत का, नज़ारा हमने देखा है, कहा कब हो रहा किससे, इशारा हमने देखा है, मेरे दो
माँ ज्योता वाली है माँ लाटा वाली है ममता मई माँ मेरी भोली भाली है माँ सिंह पे बेठ के
पींघां झूह्टदीयाँ भैणा की सते झुह्टन वारो वार, इकठेया हो के भेना आइयाँ डोरा रेशम दियां लाइयाँ, पींगा नाल बोह्ड
भगत जनों की आस की भगती रस की प्यास की जिसे चनौती दी नो उस श्रदा विस्वाश की लाज राखो
भोली अपनी माँ नु मैं दिल दा हाल सुनावा मुरादा हों पुरियां मैं नंगे पैरी आवा माँ दुखड़े मुका दे