आऐ ने मईया दे नराते
आऐ ने मईया दे नराते घर घर ज्योता जगियाँ, हो गली गली हर मंदिर दे विच अज ते रोनका लगियां,
आऐ ने मईया दे नराते घर घर ज्योता जगियाँ, हो गली गली हर मंदिर दे विच अज ते रोनका लगियां,
जय जय जय जय माँ जय जय जय जय माँ माँ जैसा कोई जग में कहा है ये संसार भी
उस ऊँचे मंदिरों वाली की मेरी मैया मेहरो वाली की मैं लाडली शेरोवाली की …………. दरबार की शान निराली है
मैया मोरी मैया मोरी घर आजा सब तुझको पुकारे हो तेरे नाम का जगराता, लाल लाल चोला माँ का बड़ा
दाती दे, द्वार दियां पौडियां दे उते, पैर रख ता सही ll मईया जी दे, नाम दियां पौडियां ते बैह
हथा विच झंडे फड़ के किने सोहने जचदे, मैया दे भगत आके नच दे न थकदे, मैया लगाया है विच
जय सरस्वती माता,मैया जय सरस्वती माता , आकर कंठ विराजो,शुद्ध शब्द गाता जय-जय, श्वेताम्बर तन धारे,कर वीणा सोहे मैया कर,
माँ तेरे चरना दे विच बाण गंगा वगे, सोहनी ज्योत जगे माँ शेरावालिये, शेरावालिये माँ ज्योतावलिये माँ, तेरे चोले नु
नन्हे नन्हे पाँव मेरे पूजा ऊचा पर्वत तेरा, देख कही मैं गिर न जाऊ हाथ पकड़ ले मेरा, माँ फिर
आ जाओ कर लो तयारी चिठ्ठी मैया जी दी आई मेला भवना ते लगेया बुलावे महामाई ढोल वजदे ते गूंजदे