मंगलमय त्यौहार आया जय हो अम्बे मात की
नवतारी त्यौहार आया जय हो अम्बे मात की मंगलमय त्यौहार आया जय हो अम्बे मात की, जग में बहार लाया
नवतारी त्यौहार आया जय हो अम्बे मात की मंगलमय त्यौहार आया जय हो अम्बे मात की, जग में बहार लाया
आया लिफाफा मैया का इसी ख़ुशी में नाचन दे, बिन बछड़े के तरसे गैया ऐसे ही बचो बिन मैया, मैया
शेरावाली दे कर लो दीदारे ओ दर मैया दा, जिथे वज दे ने ढोल नगाड़े ओह दर मैया दा, जगजनी
बीत गए दिन रात महीने बीत गया है साल, अब तक आये न तेरे द्वारे पुछ न तेरा हाल मेरी
मेहंदी राचण लागी हाथां में, माजीसा रे नाम री, आई शुभ घड़ी देखो, म्हारे आँगन आज री, आई आई रे
चढ़ावा लॉन्ग ते मैं लेची पान सुपारी मेरी माँ, खड़ा नारियल मैं लेके झंडा लाल मेरी माँ, आके भगता निमानिया
सर्वेश्वरी, जय जय जगदीश्वरी माँ, तेरा ही एक सहारा है तेरी आंचल की छाहँ छोड़ अब नहीं कहीं निस्तारा है
दाती तेरे चरणों का में हूं दीवाना दर्शन दे दो मईया, करो न बहाना, भवन पे तेरे मैंने ज्योति है
शेरावालिये दातिये तू मेहरा माये कर दे दर खड़े ने सवाली खाली झोलियाँ तू भर दे शेरावालिये दातिये तू मेहरा
जिनकी चौखट पे झुकता ये संसार है वो केडसती मेरी मैया लखदातार है जिनकी चौखट पे झुकता ये संसार है