आजा मार शेरावालिये मेहरा दे छीटे
करदे साढ़े लेख दातिए कालिया तो चीते, आजा मार शेरावालिये मेहरा दे छीटे, दर्श तेरे दी आस लगा के बैठे
करदे साढ़े लेख दातिए कालिया तो चीते, आजा मार शेरावालिये मेहरा दे छीटे, दर्श तेरे दी आस लगा के बैठे
भक्तो का जय कारा गूंजे आई शेरावाली मन मंदिर में ज्योत जलाओ आई ज्योता वाली लाखो दुःख मिटेगे भगतो सुख
स्वर्ग से सुंदर सपनो से प्यारा है तेरा दरबार, जहा तेरा प्यार मिला है, मुझे हर बार मिला है, जहा
तार दे माँ तार दे भगता न माँ तार दे, हाथ जोड़ के द्वार तेरे ते तेरे संत पुकार दे,
माँ दर्शन का फल ना मिलता कोनया भैरव नाथ बिना, बाला जी बजरंग बलि मिले कदे न रघुनाथ बिना, माँ
उचिया पहाड़ा चल्या है तेरा संग माइये, कुछ पीछे ता कुछ आगे गये ने लंग माइये, उचिया पहाड़ा चल्या है
मंदिरो में रहती हो रूप सोना सोना है, मइया तेरी आँखों में प्यार थोड़ा थोड़ा है, विनती करू दोनों हाथ
चौसठ जोगणी रे भवानी, देवलिये रमजाय घूमर घालणि रे भवानी, देवलिये रमजाय॥ देवा में देवी बड़ी, और बड़ी जगदम्बे माय,
सतरंगी चुन्नी माँ दे सिर उते सजदी माँ दे हथा दी मेहँदी कहंदी जय माता दी सारे बोलो जय माता
तूने खूब दिया सब भक्तो को सारे भगतों को बस आज हमारी वारी है, थोडा थोडा देने से काम ना