
काल पापियों का बन आई आज कालका माई
जयकारा माँ काली कलकत्ते वाली का जय हो कलिका माई कलिका जय हो कलिका माई कलिका काली माँ काली कालिके

जयकारा माँ काली कलकत्ते वाली का जय हो कलिका माई कलिका जय हो कलिका माई कलिका काली माँ काली कालिके

मंदिरा विचो बोल नि माये दुःख सुख मेरे फोल नी माये जावा ता मैं जावा माये जावा केहड़े चावा नाल

मांगता ना सोना चांदी बांगला मैं कार जी मेहनत का मांगै सै फल मैया जमीदार जी खेता के महा बीतै

टूटा फूटा सा घर एक बनाया उस में तेरा माँ मंदिर सजाया मंदिर में माँ मूर्ती बिठा कर सच्चे दिल

जागरण की रात मैया जागरण में आओ, माँ जागरण में आओ आस लगाएं बैठे हैं माँ अब तो दरश दिखाओ

वैष्णवी भवानी माँ के हाथों में जग की डोर माँ के ही संकेत पे हो दिन रैन साँझ और भौर,

कालो की महाकाली भवानी रूप लिए विकराल काली महाकाली कलकते वाली माँ कालो की महाकाली भवानी रूप लिए विकराल मुंडो

दुःख की बदली जब जब मुझपर छा गई सिंह सवारी करके मैया आ गई वो आ गई आ गई मेरी

मेरी जय जगदम्बे माँ तुम्हारी जय बोलू, जय हो जगदम्बे माँ तुम्हारी जय बोलू हम सब की रखवाली तुम्हारी बोलू

जागु मैं तेरे जगरातो में वर्त रखु माँ नवरातो में फिर भी वो लकीर नही मिट ती जो खीच दी