
बोल संगते जैकारा शेराँ वाली दा
बोल संगते जैकारा शेराँ वाली दा ॥ बोल संगते जैकारा जोता वाली दा, जैकारा शेराँ वाली दा,जैकारा मेहरा वाली दा,

बोल संगते जैकारा शेराँ वाली दा ॥ बोल संगते जैकारा जोता वाली दा, जैकारा शेराँ वाली दा,जैकारा मेहरा वाली दा,

किला गड़ कोट कांगड़ा तेरा , किला गड़ कोट कांगड़ा तेरा ऊंचे पर्वत करें बसेरा किला गढ़ नगर कोट की

मेरे सारे कष्ट निवार,मेरी माँ अम्बे मेरी जगदम्बे॥ जिन के हाथ निशान है,तीन अत्कवे कौन रखन वाली जान माँ ,मारण

कभी दुर्गा बन के कभी काली बन के चली आना मईया जी चली आना ब्रह्मचारिणी रूप में आना ॥ भक्ति

मैं करनियां ने दो गल्लां अज माये तेरे नाल नी मैं घर आवा तू लुक जावे, दस केहड़ी ग्लो रूस

तेरे कदमो में माँ मिल गई जब जगह, और कुछ मांगे ने की जरूत नही, तेरी सूरत वसी दोनों नैनो

तेरे दर्श की प्यासी हैं अखियाँ, दे दे मैया दीदार हमें॥ इक बार तू अपने मुख से मां, अपना कह

कबूतर ले जा रे मैया की लाल चुनरियाँ मैया की लाल चुनरियाँ कबूतर कबूतर ले जा रे मैया की लाल

मात नर्मदे हर हर मात नर्मदे,मात नर्मदे हर हर मात नर्मदे मां रेवा तेरी निर्मल धार बहती जाए, भगतों का

आके दर्श दिखा दे आजा मैया मेरी बिगड़ी बना दे बिगड़ी बना दे मेरे भाग्य जगा दे आजा मैया मेरी