मच गई खलबली खलीबली खलबली
आई नौरात्रि की शुभ घड़ी जुड़ गई प्रीत की अब कड़ी, मच गई खलबली खलबली खलबली, माँ दुर्गा काली अम्बा
आई नौरात्रि की शुभ घड़ी जुड़ गई प्रीत की अब कड़ी, मच गई खलबली खलबली खलबली, माँ दुर्गा काली अम्बा
जागो अम्बे मात भवानी, जागो शेरावाली, सवेरा हो गया है, भक्त तुम्हारे द्वार खड़े है, ले पूजा की थाली, सवेरा
भजदे ढोल नगाड़े माँ देया मंदिरा ते, नच्दे भगत प्यारे माँ देया मंदिरा ते, गूंज रहे जय कारे माँ देया
चंडी माँ तेरे चरना दी जे मैं प्याल होवा चरण तेरे मैं धोये धोये पीवा माँ चंडी तेरे चरनी जीवा,
तुम्हारी दया अम्बे माँ हो गई, जागरण की रात शुरू हो गई, संकट हमारे किरपा कर मिटा दो, अमर प्रेम
मंगणें दी पैंदी कदे लोड़ न, ख़ैर साडी झोली विच पाई जांदी ए । जिने खुल्ले अज साडे खर्चे, ओना
शेर पे होक सवार हो मैया शेरावाली आई है, ऊचे पर्वत भवन निराला उस पे माँ का रूप है प्यारा,
माँ सरस्वती वंदना तर्ज : मेरे देश प्रेमीओं आपस में प्रेम करो सरगम का ज्ञान हमें दो, स्वर ताल से
सारे रल मिल के बोलो जैकारा माई दा जेहडा प्यार नाल बोलो ओह प्यारा माई दा झूम झूम के हर
फुला नाल सजेया दरबार चिंतपूर्णी दा, मेला बड़ा भरे हर साल चिंतपूर्णी दा, जय माता दी सब नु भुला के