ओ माँ मेरी पत्त रखिओ सदा लाटां वालीए
ओ माँ मेरी पत्त, रखिओ सदा लाटां वालीए दुखीआ को, पापन को, दे दे सहारा तेरा मंदिर है न्यारा, मुझे
ओ माँ मेरी पत्त, रखिओ सदा लाटां वालीए दुखीआ को, पापन को, दे दे सहारा तेरा मंदिर है न्यारा, मुझे
कट्टे जांदे ने दुःख माँ दे दरबार ते जिन्ना प्रीती सच्ची लायी, ओह दाती ने तारते सारी दुनिया दे नालो
चिंतापूर्णी माँ ओ मेरी चिन्ता हरनी माँ, तेरा पिपला हेठा डेरा वेखन नु जी करदा मेरा, चिंतापूर्णी माँ ओ मेरी
नच के माँ नु मना लेना आज पुरे जगराते, जो मंगिया दर तो पावा ,एहदे वारी वारी जावा हुन आगये
लाल लाल चुनरी सितारों वाली, जिसे ओड कर आई है माँ शेरावाली, जिसको ब्रह्मा ने बनाया जिसको विष्णु ने सजाया,
जो मैया की सेवा करते मैया करे निहाल, माँ कालका के लाल बेमिसाल बेमिसाल बेमिसाल, सच्चा है दरबार माई का
आ गई रे देखो माँ काली आ गई रे, छा गई रे छा गई रे देखो खुशाली छा गई रे,
भुखियाँ ने अखियाँ माँ तेरे दीदार दिया, साड़ी वि सुन ले दाती सुने संसार दियां तुर गइया खुशियां ले आवि
मेरा नमस्कार स्वीकार करो, ऐ चिंतापुरनी माँ *यह भेंट मेरी स्वीकार करो, ऐ चिंतापुरनी माँ*, मेरा नमस्कार स्वीकार करो, ऐ
आज नच नच पाउनी है धमाल देखो ढोल भी वज्दा कमाल, चारे पास ख़ुशी दे बदल छा गये, मैया दे