
माँ दे रंगले नवराते आये
जय जय जय जय माँ जय जय जय माँ जय जय माँ, माँ दे रंगले नवराते आये भगता नू चा

जय जय जय जय माँ जय जय जय माँ जय जय माँ, माँ दे रंगले नवराते आये भगता नू चा

हसरत मेरी मिटा दे अगर, दर्शन मुझे दिखा दे अगर, अपनी दया के सागर दे दो बुँदे तू पीला दे

वैष्णो देवी भवानी जगदम्बे मैया वैष्णो देवी भवानी रूप अनेक नाम कई तेरे लक्श्मी तुही भवानी जगदम्बे मैया वैष्णो देवी

सुबह सुबह बोलो सरस्वती माता, मैया की पग झोली से जोड़ो नाता , तकदीर तेरी भी बन जायेगी जीवन की

माँ मैं लोका जाया सयाना नई, तेथो मंगना मेनू आना नही, सब सयाने लोका नु तू कोठी बंगले कार दे,

सुनो जी वैष्णो माई बूहे मंदिरा दे खोलो, करो जी मेरी सुनवाई बूहे मंदिरा दे खोलो, बनके सवाली मैया दर

बचपन में माँ अपने बच्चों को बोलना सिखाती है और बोलते हुए बच्चों को देख वो बोहोत खुश होती है,पर

हो लिया हो लिया मैं मैया का हो लिया, मैं हो लिया मैं हो लिया, जिसने देखा माई का जलवा

जग मग ज्योत पई आ जगदी चन्दन दी चोंकी उते महारानी सजदी आजो मथा टेको माँ दे सोहने दरबार नु

तू जाने तू जाने महारानी तेरिया तू जाने, तेरिया कीतियां कौन उथले, मौजां लेनदे चल बलले, भूखे मरण सिआणे, तेरिया……