मां दी इक झलक
मेवे मिश्री दा मां नुं भोग तू लवाना ए भगता दी हाजरी तू चरना च लाना ए मां दया सेवादार
मेवे मिश्री दा मां नुं भोग तू लवाना ए भगता दी हाजरी तू चरना च लाना ए मां दया सेवादार
संगतां बड़ीयां, दर ते खड़ीयां, आई ना वारी मेरी दातीये। सुखना दे नाल, आईआं घडीयां, आई ना वारी मेरी दातीये॥
आओ चलें मईया जी के द्वारे, जय माता दी’,बोल जयकारे, बोल जयकारे,सब बोल जयकारे, मईया भव से पार उतारे, जय
माँ रंग दे बसंती चोला माँ रंग दे बसंती चोला, ये रंग तेरी चुनिया दा रंगिया, चुनिया दा रंगिया माँ
मेहरा वालिए माईए बूहे मन्दिराँ दे खोल । ज्योता वालिये माईए बूहे मन्दिराँ दे खोल ॥ झण्ड़ेया वालिए द्वार तेरे
माँ के दीवाने आये है दुवारियां, आंबे मैया ओ जरा खोलो जी किवडिया, उची पहाड़ी चढ़ के है ये दर्शन
झंडेवाली मैया वंड दी भण्डार, मैया वंड दी आ सूखा दे भण्डार, वाह जी क्या बाता ने, मेहरा करदी मेहरा
छड के दुनियादारी माँ असी दर तेरे ते आ गए बाई हथा दे विच सुहे झंडे हथा दे विच सुहे
माता शेरा वालिये तेरी जय जयकार, ये सारी दुनिया तुमसे ही चलती इसी लाइए कहो बार बार, माता शेरा वालिये
तेरी ज्योति में वो जादू है,तक़दीर बना देती है, जगमग जलती जब ज्योत तेरी,अंधकार मिटा देती है, तेरी ज्योति है