जबलपुर में देखो बहे माई रेवा
बहे माई रेवा बहे माई रेवा, जबलपुर में देखो बहे माई रेवा, तोरे चरनन में हम सब रहें माई रेवा,
बहे माई रेवा बहे माई रेवा, जबलपुर में देखो बहे माई रेवा, तोरे चरनन में हम सब रहें माई रेवा,
जगमग जग दी जोत नूरानी शेर ते बैठी है महारानी, संगता आइयाँ माँ दे दर ते गूंज रहे जयकारे ने,
कुण्डी माँ की खड़का ले दिल से आवाज लगा ले माँ कभी तो दर खोले गी धुनी चोकठ पे रमा
सर्दी गर्मी बरसातो में जागु मैं तेरे जगरातो में, नो दिन मेरे घर रेहना माँ अब की बार नोरातो में
शेहनाई ढोल बजाओ माँ शेरावाली आई है, जैकारे माँ के लगाओं माँ शेरावाली आई है, लाल चुनरियाँ ओड के मैया
मेरे नाल नाल तू रह भगता सेल्फी मैया नाल खिच्वाउनिये, फोटो खीच के दाती माँ नाल फेसबुक ते पाउनी ऐ,
हम द्वार मैया के जाएंगे, दाती का दर्शन पाएंगे, दाती का दर्शन पायेंगे, जयकारे खूब लगायेंगे, झंडे पकड़े हाथों में
कोई दुःख न मिले उसको जो पूर्णा के घर आये, रहमत की घटा बन के तू सुख ही बरसाए, मैंने
फुल्लां दे नाल सजिया देखो रानी माँ दा मंदिर खिड़ खिड़ कर के हस्दी दाती सज्ज के बैठी अंदर चरना
तेरी मेहरे नजर ऐसा कर गई असर जब से मुझपे हुई माँ मजा आ गया गया मैं दर बदर घुमा