
चल भगता चल माँ के द्वारे
चल भगता नवरातो में चल माँ के द्वारे दर्शन करके हो जायेगे वारे न्यारे चल भगता नवरातो में चल माँ

चल भगता नवरातो में चल माँ के द्वारे दर्शन करके हो जायेगे वारे न्यारे चल भगता नवरातो में चल माँ

जय माता जय माता चिंतपूर्णी जय जय छिन मस्तिका, आये भगत तेरे दवार हे माँ नैना दी ज्योत जगा के

शेरावालिये ओ माँ ज्योता वालिये ओ माँ पहाड़ा वालिये मेहरा वालिये माता दुर्गा तेरा ज्योत जसुनाते रहूगा जब तक लाने

तेरे चरणों में मैं आया, मेरी सुन ले माँ तु पुकार, ठोकर खाता फिर रहा माँ, मुझे बेटा कह के

मुझे पता चला है माँ आज याहा आएगी चांदी सोना हीरे मोती धन बरसायेगी, मुझे पता चला है माँ आज

असीं साह छड जावांगे, असीं साह छड जावांगे फेर वाजां मारोगे, असीं मुड़ नहीं आवांगे इस जिंदगी तो की लैना

भगत प्यारे दर्शन पाके करदे जन्म सुहेला, माँ मेरी अम्बे दे दर लगाया मेला, श्रदा दे नाल ज्योत जगा के

मैं परदेशी हूँ पहली बार आया हूँ, दर्शन करने मइया के दरबार आया हूँ । ऐ लाल चुनरिया वाली बेटी

बोलदे माँ बोलदे मेरे सामने तू भेद सारे खोल दे क्यों दरबार न बुलाया मुझे सारी दुनिया को भेजी तूने

सिंह सवारी महिमा भारी पहाड़ो में स्थान तेरा, ब्रम्हा विष्णु शंकर भी करते माँ गुणगान तेरा, माँ कलकते से काली