
कर्म
शेरावालिये माये तू करम कीता, मेरी जिन्दगी नु जन्नत बना दिता मैं दुनिया ते रुल्दा फिरदा सी तू खोटे सिक्के

शेरावालिये माये तू करम कीता, मेरी जिन्दगी नु जन्नत बना दिता मैं दुनिया ते रुल्दा फिरदा सी तू खोटे सिक्के

क्या बात है मैया क्या बात है, तेरा उच्चा भवन मैया क्या बात है तेरे दर की लगन मैयां क्या

टूटी झोपड़िया मेरी माँ गरीब घर आ जाना बड़े बड़े लोग मैया जागरण कराये कीर्तन करवाऊ मेरी माँ गरीब घर

कर न सका मैं तेरी पूजा किस्मत ही कुछ ऐसी थी, जीती भाजी हार गया मैं कीमत ही कुछ ऐसी

हो मेरा भंगडे पान नु जी करदा मेरी आंबे दे दरबार ते मेरा भेटा गान नु जी करदा हो मेरी

स्वर्ग की सीढियाँ है तेरी सीढियाँ, सबको मिलती कहाँ माँ तेरी सीढियाँ, स्वर्ग की सीढियाँ है…… माँ और बेटे में

किसको मैं दर्द कहु मियां तेरे जैसा कोई हमदर्द नहीं, जिस को तू ठीक न कर सकती ऐसा तो कोई

रूप कई नाम है हजारो कौन सा पुकारे बता दे मेरी माँ, एक रूप तेरा वैष्णो रानी बेठी कटरा में

चंदीपुर में मेरे चमके सितारे मेरी माँ ने मुझे दिए सुख सारे इस जग से मुझको क्या लेना क्या लेना

आजा चौंकी में प्रेम रस घोल देयो माँ, खिड़की नसीबो वाली खोल देयो माँ, हमे ममता के मोतियों में तोल