माएं बूहे खोल कि अंदर
माएं बूहे खोल कि अंदर औना चाहुंदा हां, तेनु अपने दिल दा हाल सुनाउना चाहुंदे हां, तेरे चरना दे विच
माएं बूहे खोल कि अंदर औना चाहुंदा हां, तेनु अपने दिल दा हाल सुनाउना चाहुंदे हां, तेरे चरना दे विच
राति जय माँ जय माँ हो गई मेरी दाती दे दरबार ते, पता नहीं मेरी दाती दाती ने बूहे खोल
ओ झंडेवाली ने मेहरावाली ने पहाड़ा वाली ने बुलाया है चलो भगतो, चलो भगतो दर पे चलो भगतो, झंडेवाली ने
पहले शेरां वाली माई नू मना लो, की सारे कम रास होंगे, एहदे नाम वाली ज्योत नु जगा लो, की
मालदे नजारे रेह्न्दे माँ तेरे दर ते, मइयां जी मइयां जी तेरे लाल मौजा करदे, रेहमता हज़र पाके तेरे कोलो
माँ दे जगराते विच आ जाओ सारे नचिये. ऐना आज नचिये की नच्दे न थकिये, देवी माँ दे जगराते विच
देदो ऐसा वर मुझे मैं गाता ही रहु, जिंदगी बर तुझको माँ रिजाता ही रहु, होठो पे हो मैया सिर्फ
करदो किरपा मैया जी मंदिर मैं सजाऊगी, लाल लाल झुमार माँ मंदिर में लगाउगी लाल लाल सिंदूर माँ लाल लाल
मैया खोले तू किस्मत का ताला माँ तेरा दरबार जग से निराला, जय संतोषी माता जय संतोषी माता, नाम संतोषी
लेहर लेहर लहराए खपर काली का, तीन लोक लहराए खपर काली का, गल मुंडो की पहने माला, बन के मैया