मेरे घर में पधारो जगदम्बे भवानी
मेरे घर में पधारो जगदम्बे भवानी, पावन मेरा घर द्वार करो, करता हु अभिनन्दन मैया वंधन स्वीकार करो, जब जाना
मेरे घर में पधारो जगदम्बे भवानी, पावन मेरा घर द्वार करो, करता हु अभिनन्दन मैया वंधन स्वीकार करो, जब जाना
डगमग डगमग ढोले भरोसा उस तो पहला आजा, माँ अम्बे जगदम्बे तू मैनु दर्श दिखा जा, अरशा तो आउंदी मइयां
आजा जाना ओ माँ आना जाना ओ माँ, कभी फुर्सत हो तो आ जाना मियाँ आ जाना, निर्धन के घर
रंग बरसे देखो रंग बरसे शेरोवाली के दरबार में रंग बरसे ढोल नगाड़ों ढोलक बजे सारे भगत यहाँ झूम के
नच्चां मैं सबनू नचावां,मैया जी तेरी बल्ले बल्ले भेटां प्यारी प्यारी गावां,मैया जी तेरी बल्ले बल्ले खुशियाँ मिल के मनौंदे
ओ रे मइयां मइयां मइयां ओ रे मइयां मइयां तेरी महिमा है अप्रमपार ओ माता जगदम्बे, ओ रे मइयां मइयां
वेखि खुल्दे नसीब तेरे जेहड़े ने करीब, ओहो कदे भी न विच मजधार होंगे, वेहड़े वेख लई ओहना दे सदा
आज रहमत माँ दी होई साड़े घर जगराता होया, सोहना माँ दा भवन सजाया, सब न माँ ने आप भुलाया,
चन दी चमके चानणी ते तारिया दी निमी निमी लोह, तेरी मेहर कर्म दी दातिये जीवे फुला विच खुश्बो, चन
रूप माँ तेरा बड़ा निराला गल दे विच सिर मुंडन माला, हथ विच खंडा खप्पर तेरे अखियां दे विच है