लाल चोला है चुनरी है तारो जड़ी
लाल चोला है चुनरी है तारो जड़ी, मंदिर में बैठी माँ लागे प्यारे बड़ी, लाल चोला है चुनरी है तारो
लाल चोला है चुनरी है तारो जड़ी, मंदिर में बैठी माँ लागे प्यारे बड़ी, लाल चोला है चुनरी है तारो
छल्ला भेटा गावे, ए चिंतपूर्णी जावे , ते माँ नू सीस झुकावे , हो छल्ला जपदा , ओ जगदी जोत
जिसपे हो नज़रिया वो निहाल हो जाये मेरी मैयाजी की माया का ना पार कोई पाये जिसपे हो नज़रिया निहाल
तनु किथे मैं बिठवा शेरावालिये घर मेरा निक्का जेहा, एह ता मियां मेरी ज्वाला देवी आई आ, मैं ता पलका
आपे पा दू जान पैरा विच उचियां चढ़ाइयाँ चढ़ दा जा, जय माता दी जय माता दी करदा जा, सोहना
मेरी मैया जी को बहुत पसंद है, सितारों वाली चुनरिया, सिंह पर सवार मैया दुनिया पर राज करें, बेटा जो
आए दर्शन करन पुजारी की खोल बूहे मंदिरा दे, दे दे दर्शन माँ इक वारी, की खोल बूहे मंदिरा दे,
हर बार तेरे दर पे पग गीत सुनाये गे, ढांढन वाली सुन ले तेरी महिमा गाये गे, हर बार तेरे
एहदा जे आसरा हॉवे नजारे ही नजारे ने, एहदी जे मेहर हो जावे सहारे ही सहारे ने, ओह बेड़ी कदे
तेरे चरणों की छाव चाहिये मैया मुझको तेरा प्यार चाहिये, रेहम नजर करदो दातिए मेहर करो, तेरे दर के हम