निमी निमी तारियाँ दी लो
निमी निमी तारियाँ दी लो, पुजारियां ने बूहा खोलेया, शेरा वाली /ज्योता वाली दा, पुजारियां ने बूहा खोलेया, निमी निमी
निमी निमी तारियाँ दी लो, पुजारियां ने बूहा खोलेया, शेरा वाली /ज्योता वाली दा, पुजारियां ने बूहा खोलेया, निमी निमी
माँ के आली रंगा ॥ आली रंगा फुलवा चुने भाई लंगुर…॥ फुलवा के मधुर सुहागे हो माँ, माँ के आली
पर्वत चीर के निकली माँ ज्वाला करिश्मा कैसा कर डाला, फैला ज्योति का जग में उजाला करिश्मा कैसा कर डाला,
मिंडला वाली दे दर ढोल वज्दा संगत दीवानी होके नचदी पई, माँवा चेला वाली दे दर खाली झोली भरी गई,
हो महारानिये /शेरावालिये चुनरी तेरी नु लावा गोटा, माँ भगत प्यारा गली गली विच माँ देंदा फिरदा होका, ओ महारानिये/शेरावालिये
तेरे दर पे खड़ा है तेरा लाल के आजा मेरी मैया रानी, अपने बेटे का रखने ख्याल के आजा मेरी
रूप है जिसका बड़ा भयंकर, जिस से थर थरा थर काँपे जल थल, गल रुन्डल की माला ढाली लगती बड़ी
आएं हैं द्वारे तेरे, लाल दातिए, पूरे सब करना, सवाल दातिए ll तूँ तो पर लौटाती है, सब के नसीब
नवरातो के दिन आये है मैया रानी आयेगी. घर घर माँ की ज्योत जगी है घर घर फेरा पाएगी, पहली
जाऊ दर छोड़ कर मैं कहा अम्बे माँ अम्बे माँ, तेरे चरणों में सारा जहां अम्बे माँ अम्बे माँ, सभी