श्री सरस्वती वंदना
हे स्वर की देवी मां, वाणी में मधुरता दो, हे स्वर की देवी मां, वाणी में मधुरता दो, मैं गीत
हे स्वर की देवी मां, वाणी में मधुरता दो, हे स्वर की देवी मां, वाणी में मधुरता दो, मैं गीत
घर में पधारो माँ संतोषी मेरे घर में पधारो, चरणधर जाओ माँ संतोषी मेरी घर में पधारो, घर सिंगाशन धुप
तेरे चरणों में ही मेरा धाम है माता, मेरी हर सास जपे तेरा ही नाम माता, तेरे चरणों में ही
माता तेरी ज्योत मैं जगावा दिन रात, तेनु चुनियाँ चडावा मेवा भोग लगावा, मेरी कर दे तू पूरी आस, माता
शेरावालिये माँ मेहरा वालीये ज्योति वालीये आये है तेरे दरबार हे मइयाँ कुछ बोलो न, तेरा सहारा मैं बेसहारा बोर
छोटी सी बिटिया तुम्हारी लाइ है माँ अरदास, चरणों से अपने मुझको लग्न करना नहीं माँ उदास, छोटी सी बिटिया
ओ मेरी जगदम्बे महाकाली… करती शेरां दी सवारी… अम्बे मात रे… हो अम्बे मात रे… सर पे लाल चुनरिया सोहे…
झंडे लाल झंडे लाल झंडे लाल मन की मुरदे पाने है तो झंडे लेलो लाल, झंडे लाल लाल लाल झंडे
तेरी निहारु बात माता आ जाओ, ज्योत जगाऊ दिन रात माता आ जाओ, ध्यानु भगत सा ध्यान लगाऊ, ध्वजा नारियल
अब तो बस माँ सहारा है तेरा, तेरे इलावा कोई न मेरा, अपने बेटे की अर्जी स्वीकार करो माँ, मझधार