ममता मूरत शाकुम्भरी भवानी
ममता मूरत शाकुंभरी भवानी अपने भक्तों पे उपकार कर दे गहरा पानी है नाव पुरानी बनके मांझी इसे पार कर
ममता मूरत शाकुंभरी भवानी अपने भक्तों पे उपकार कर दे गहरा पानी है नाव पुरानी बनके मांझी इसे पार कर
इक छोटी सी मांग है मेरी,बोलू इतनी बात, ऐसा बंधन हो अपना तू सदा रहे मेरे साथ, ओ मेरी माँ
चिंतावारी करने वारि महिमा तेरी बड़ी न्यारी आके दर्श दिखाओ, आओ माँ आओ माँ मेरे घर आओ माँ, है मेरी
आये माँ जगदम्बे जी नवरात्रि में आये, झूमो नाचो ओ नाचो ओ नाचो रे , झूमो नाचो जाओ भगतो दे
बघवा में तू चढ़के आना कर सोला शृंगार हो, नवराति में दर्शन देना भगतो का करना बेडा पार हो, नो
मेरी मैया के द्वारे भगत माँ सारे आये है, सारे आये है भगत माँ प्यारे आये है, हे महामाई हे
रखियो सभा में लाज माँ चंडी रखियो सभा में लाज, मैं करदा हां फर्याद मेरे पुराण कीजियो काज, ओ माँ
तेरी मेहर है माता रानी मेरे परिवार पे, सो वार मैं सद के जाऊ तेरे प्यार पे, सुनती है सदा
शुकराना तेरा दातिये शुकराना तेरा दातिये, मैं कर्ज दार तेरा हु माँ, अपने चरणों में राखिये, शुकराना तेरा दातिये शुकराना
मेरी मैया का लगा दरबार आज मोरे अंगनां में, आज मोरे अंगनां में,आज मोरे अंगनां में, शेरांवाली का लगा दरबार